मोहाली 30 सितंबर गीता। रयात बाहरा यूनिवर्सिटी ने चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा के संरक्षण में पांच दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम ष्एम्पावरिंग एजुकेटर्स इंस्पायरिंग चेंजष् का आयोजन किया।इस अवसर पर बाहरा ने कहा कि एफडीपी शिक्षकों के निरंतर विकास और सफलता के साथ-साथ उनके छात्रों पर सकारात्मक प्रभाव डालने का एक अभिन्न अंग है।उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में छात्रों को उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद करने के लिए अनुकूली और नवीन शिक्षण विधियों की आवश्यकता है। वाइस चांसलर डॉ. परविंदर सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य संकाय सदस्यों को आधुनिक शिक्षण विधियों से सशक्त बनाना है।और यह शिक्षा प्रथाओं में एक नए तरीके की सोच को प्रेरित करेगा, जो 21वीं सदी की बदलती जरूरतों के अनुरूप छात्रों के लिए सीखने के अनुभव को बेहतर बनाने पर केंद्रित होगा।उन्होंने कहा, एफडीपी का लक्ष्य नवीनतम शैक्षिक सिद्धांतों और शिक्षाशास्त्रों के आधार पर कार्यशालाओं, कोचिंग और संसाधनों की पेशकश करके शिक्षण प्रभावशीलता को बढ़ाना है।इस कार्यक्रम में 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन यूएसएसएस डीन प्रोफेसर इंदरप्रीत कौर ने किया ।प्रो इंदरप्रीत कौर ने कहा कि संकाय विकास कार्यक्रम शिक्षकों को अपने साथियों से अवलोकन, प्रतिबिंब और रचनात्मक प्रतिक्रिया में शामिल होने के अवसर प्रदान करते हैं।जिससे उन्हें अपनी शिक्षण विधियों को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।