मोहाली 13 नवंबर (गीता)। सोहाना में स्थित गुरुद्वारा सिंह शहीदां में बंदी छोड़ दिवस बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस दिन की खुशी में सुबह 9ः00 बजे श्री सहज पाठ साहिब जी का भोग डाला गया। इसके बाद पूरे दिन धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में भाई अमर सिंह अणखी के अंतरराष्ट्रीय ढाडी जत्थे ने मीरी पीरी के मालिक छठे पतिशाह साहिब श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी द्वारा मुगल बादशाह जहांगीर की जेल से 52 पहाड़ी राजाओं की ग्वालियर के किले से रिहाई का जश्न को विस्तारपूर्वक अवगत करवाया । भाई लखविंदर सिंह जी अमृतसर वालों ने अपने रस भिन्न कीर्तन के माध्यम से भक्तों को दिव्य कीर्तन के माध्यम से गुरु से जोड़ने का प्रयास किया। शोरमणी उपदेशक भाई जतिंदर सिंह दमदमी टकसाल वली ने ग्वालियर से श्री दरबार साहिब अमृतसर पहुंचने पर संगतों द्वारा की गई दीपमाला के बारे में गुरमति विचारों के माध्यम से संगतों को विस्तार से बताया। इसके अलावा भाई कुलदीप सिंह, बीबी उत्तमजीत कौर, भाई सुखविंदर सिंह जी, शेरे पंजाब कविश्री जत्था, भाई हरप्रीत सिंह, भाई हरनेक सिंह, मिरी पीरी कीर्तनी जत्था, भाई जसविंदर सिंह के जत्थे के अलावा गुरुद्वारा साहिब भाई जसवंत सिंह के जत्थे भी शामिल हुए। सभी जत्थों को सिरोपाओ देकर सम्मानित किया गया। बंदी छोड़ दिवस की खुशी में दरबार साहिब जी को फूलों से विशेष रूप से सजाया गया था। श्री दरबार साहिब जी को बाहर से लेकर गेट तक के रास्ते को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया था। हजारों श्रद्धालुओं ने यहां के पवित्र सरोवर में स्नान किया। इस अवसर पर संगत को गुरु का लंगर परोसा गया।
इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रवक्ता गुरुद्वारा सिंह शहीदां सोहाना ने कहा कि आने वाली तिथि 22 नवंबर को दसवीं का शुभ दिन बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुबह 9ः00 बजे श्री सहज पाठ साहिब जी का भोग डाला जाएगा। इसके बाद श्री दरबार साहिब के रागी जत्थे, अंतरराष्ट्रीय पंथक ढाडी जत्था और उच्च केटि वाले रागी, ढाडी, कविशर और प्रचारक पूरे दिन हरि जस का पाठ कर संगतों को निहाल करेंगे। गुरु का लंगर अटूट लगाया जाएगा।