मोहाली 29 जून गीता। पिछले कुछ दिनों से शहर में कचरा निपटान की समस्या को ध्यान में रखते हुए, गमाडा के मुख्य प्रशासक मोनिश कुमार, आईएएस, गमाडा ने रियल एस्टेट के प्रमोटरों के साथ बैठक की। आयोजित बैठक में मुख्य प्रशासक ने प्रमोटरों को सूचित किया कि पहले शहर के कचरे को एसएएस नगर के फेस-8बी में स्थित लैंड-फिल कचरा डंपिंग साइट पर डंप किया जाता था, लेकिन उच्च न्यायालय और राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण साइट के मद्देनजर साइट पर बायोरेमेडिएशन उपायों को अपनाने का आदेश देते हुए, साइट पर अपशिष्ट डंपिंग को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया। ऐसे करने से शहर में कूडे के ढेर लग रहे हैं और समस्या पैदा हो रही है।
प्रमोटरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गमाडा पहले से ही अपने क्षेत्र में कचरा निपटान के मुद्दे को के लिए कदम उठा रहा है। मोनिश कुमार ने उनसे अपनी परियोजनाओं में उचित कचरा निपटान को प्राथमिकता देने के लिए भी कदम उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि एयरोसिटी और सेक्टर 88-89 में 2 संसाधन प्रबंधन केंद्र (आरएमसी) का निर्माण किया जा रहा है, जबकि आईटी सिटी में एक और आरएमसी का निर्माण जल्द ही शुरू किया जाएगा। मुख्य प्रशासक ने बैठक में उपस्थित सभी लोगों को डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण, कूड़ा पृथक्करण और अंत में लैंडफिल साइट पर उसके निपटान पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया। उन्होंने उन्हें उन विक्रेताओं से बात करने का सुझाव दिया, जो पहले से ही कचरा निपटान पर काम कर रहे हैं। कुमार ने प्रमोटरों को आगाह किया कि वे निचले स्थानों पर या किसी भी गौशाला के आसपास कूड़ा-कचरा डालने से बचें, क्योंकि मानसून का मौसम नजदीक आ रहा है और इससे गौशालाओं में प्रदूषण के साथ-साथ महामारी भी फैल सकती है। उन्होंने कहा कि खुले गड्ढों या चौक में कूड़ा डालने की किसी भी गतिविधि पर विकास प्राधिकरण द्वारा जुर्माना लगाया जाएगा।
प्रमोटरों को आश्वासन देते हुए कि विकास प्राधिकरण कचरा निपटान के संबंध में किसी भी सुझाव के लिए तैयार है। मुख्य प्रशासक ने उन्हें जिम्मेदारी से कार्य करने और समस्या को हल करने के लिए गमाडा की सहायता करने को कहा ताकि शहरवासियों को असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि कूड़ा न उठाने से शहर की छवि खराब होती है और यह गमाडा और प्रमोटरों का कर्तव्य है कि वे इस क्षेत्र को रहने लायक बनाएं और पर्यावरण को नुकसान न होने बचाए ।