मोहाली 22 जून गीता। शिरोमणि भगत कबीर की जयंती यहां के निकटवर्ती गांव सोहोना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। सुबह 9ः00 बजे श्री सहज पाठ साहिब जी का भोग डाला गया। इसके बाद एक विशेष गुरमति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस गुरमति कार्यक्रम में भाई गुरदेव सिंह के अंतर्राष्ट्रीय पंथक ढाडी जत्था ने भक्तों को शिरोमणि भगत कबीर जी के जीवन इतिहास और श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में दर्ज उनके छंदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। भाई गुरविंदर सिंह के रागी जत्थे ने रस भिन्न कीर्तन के माध्यम से भक्तों को गुरु से जोड़ने का प्रयास किया। शिरोमणि प्रचारक भाई धर्म सिंह पटियाला वालों ने अपने प्रवचनों के माध्यम से बताया कि भगत कबीर जी का जन्म 1440 में बनारस में हुआ था। धन धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज 15 भजनों में से, आप जी का भजन 18 रागों में 541 शब्दों में सबसे विस्तृत है।
इसके अलावा भाई हरभजन सिंह, माता सुंदर कौर साबर सेवा सोसायटी, अकाल कविश्री जत्था, भाई सुखविंदर सिंह, भाई शमशेर सिंह जी, सुखमनी सेवा सोसायटी की महिलाएं, बीबी उत्तमजीत कौर जी, भाई रविंदर सिंह के अलावा गुरुद्वारा सिंह हजूरी जत्था भाई गुरुमीत सिंह, भाई जसवंत सिंह, भाई जसविंदर सिंह और भाई इंद्रजीत सिंह ने पूरे दिन कथा कीर्तन, कविशरी और गुरमति विचारों से संगत को निहाल किया। सभी जत्थांे को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दरबार साहिब जी का विशेष रूप से फूलों से शृंगार किया गया। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने इस तीर्थ के पवित्र सरोवर में स्नान किया। पूरे दिन श्रद्धालुओं को शीतल मीठे जल की छबील और गुरु का लंगर बरताया गया।