मोहाली 31 मार्च ( गीता ) । शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम, नारायणा इंस्टीट्यूट ने रविवार को मोहाली के फेस-7 स्थित सेंट सोल्जर इंटरनेशनल स्कूल, में माता-पिता और छात्रों के लिए एक ओरिएंटेशन सेमिनार उन्नति की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में जबरदस्त भीड़ देखी गई, जिसमें न केवल चंडीगढ़ से बल्कि पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के दूर-दराज के शहरों से भी 300 से अधिक लोग शामिल हुए।
सभागार प्रत्याशा से भरा हुआ था, क्योंकि माता-पिता और छात्र नारायणा की शैक्षणिक प्रणाली और कक्षा 11वीं में नान -मैडीकल और मैडीकल धाराओं के बीच चयन की बारीकियों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एकत्र हुए थे। सेमिनार में तीन मुख्य वक्तााओं ने अपने-अपने क्षेत्रों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ शामिल थे, जिन्होंने नारायणा के शैक्षिक दृष्टिकोण के विभिन्न पहलुओं पर इस तरह से प्रकाश डाला कि आॅडीटोरियम में उपस्थित लोगों ने तालियां बजाने पर मजबूर हो गए।
कार्यक्रम में नारायणा प्रोडिजी के वाइस प्रैसीडेंट राकेश कुमार यादव ने शीर्ष परिणाम देने के नारायणा के शानदार 45 साल के इतिहास का परिचय देकर समारोह की शुरुआत की और छात्र मार्गदर्शन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने नारायणा के मूल विश्वास पर जोर दिया कि प्रत्येक छात्र के सपने उनके सपने हैं ( आपके सपने हमारे सपने हैं)।
श्री यादव के संबोधन के बाद, नारायण प्रोडिजी के पैन इंडिया अकादमिक प्रमुख आशीष मिश्रा ने एक साल, दो साल और फाउंडेशन पाठ्यक्रमों में जेईई और एनईईटी जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए छात्रों को तैयार करने में नारायणा की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक अकादमिक अवलोकन प्रदान किया। उन्होंने नारायणा की मजबूत शैक्षणिक शिक्षाशास्त्र, छात्र शिक्षण प्रणालियों और असाधारण संकाय के बारे में गहन अध्ययन किया जो प्रत्येक छात्र की शैक्षणिक क्षमता को बढ़ाता है।
इसके अलावा नारायणा के असिस्टैंट वाइस प्रैसीडैंट रवजोत सिंह के साथ सेमिनार अपने चरम पर पहुंच गया, जिन्होंने प्रतिस्पर्धी तैयारी यात्रा में छात्रों और अभिभावकों दोनों की भूमिकाओं के बारे में जबदरस्त जानकारी देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके प्रेरक शब्द माता-पिता के साथ गहराई से गूंजते रहे, जिससे सामूहिक अहसास हुआ कि नारायणा की प्रणाली और समर्पित प्रयास से, उनके बच्चे निःस्संदेह अपनी पूरी क्षमता हासिल कर सकते हैं। कार्यक्रम का समापन हर्षोल्लास के साथ हुआ, जिसमें छात्र आशाओं की मधुर धुनों पर जीवंत नृत्य प्रदर्शन के लिए मंच पर नारायणा शिक्षकों के साथ शामिल हुए, जो आगे आने वाले उज्ज्वल भविष्य के लिए आशा और आशावाद का प्रतीक है। वहीं उन्नति ओरिंटेशन सेमीनार की बात की जाए तो यह एक ज्ञानवर्धक और समृद्ध अनुभव साबित हुआ, जिसने माता-पिता और छात्रों को नारायणा इंस्टीट्यूट के साथ उनकी शैक्षिक यात्रा में उद्देश्य और आत्मविश्वास की एक नई भावना प्रदान की।