मोहाली 31 जनवरी ( गीता ) । पंजाब प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट सोसाइटी (पीपीडब्ल्यूएमएस) ने विभिन्न सरकारी अस्पतालों में चार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। इस मौके नी मिशन जीवन, पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक अपशिष्ट संग्रह, पृथक्करण और प्रबंधन पर दो दिन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। सभी जागरूकता कार्यक्रमों को मिशन लाइफ प्रोजेक्ट के तहत पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (पीएससीएसटी) और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी), भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया है।
इस जागरूकता कार्यक्रम के दौरान 4 स्कूलों के 800 से अधिक स्कूली बच्चों, शिक्षकों, स्टाफ सदस्यों को मिशन लाइफ, स्रोत पृथक्करण, एस यू पी एस का उपयोग बंद करने, मिशन लाइफ को अपनाने के बारे में जागरूकता दी गई। इस अवसर पर महाप्रबंधक डॉ. रीना चड्ढा ने सभी प्रतिभागियों को मिशन लाइफ के 75 कार्य बिंदुओं पर प्रशिक्षण और जागरूकता दी। उन्होंने कहा कि एकल उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) के स्थान पर कपड़े के थैलों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए सभी छात्रों और शिक्षकों को मुफ्त कपड़े के बैग और पंपलेट वितरित किए गए। इस मौके सभी छात्रों ने खेल खेले, प्लास्टिक गान पर नृत्य किया, पवित्र धागा बांधा और मिशन लाइफ के सभी कार्य बिंदुओं को अपनी जीवन शैली में लागू करने का संकल्प लिया। सुखजीत सिंह, जिला समन्वयक, रूपनगर और अग्रणी शिक्षाविद् फोरन चंद ने कार्यक्रमों का समर्थन और समन्वय किया। भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ (आईपीसीए) पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद (पीएससीएसटी) और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के पूर्ण सहयोग से जिला एसबीएस नगर, फतेहगढ़ साहिब और नवांशहर के विभिन्न स्कूलों में 12 और जागरूकता कार्यक्रम लागू करेगा। डॉ. के.एस. बाठ, संयुक्त निदेशक, पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (पीएससीएसटी) ने बताया कि यह जागरूकता कार्यक्रम भविष्य की पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने के लिए पंजाब में स्थायी परिवर्तन लाने में काफी मदद करेंगे, क्योंकि यह स्कूली बच्चे कम आयु में ही पर्यावरण के राजदूत बन गए हैं।