मोहाली 21 फरवरी ( गीता ) । रयात बाहरा यूनिवर्सिटी अकादमिक उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान जिसने शैक्षिक अनुभव को बढ़ाने और प्रबंधन एवम इंजीनियरिंग कार्यक्रमों में विशेषज्ञता वाले स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए अकादमिक सहयोग की सुविधा के लिए अनेकों कदम बढाया है। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी ने संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में नियाग्रा विश्वविद्यालय के साथ जुड़ गया है जिसके लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
रयात बाहरा विश्वविद्यालय की ओर से आरबीयू के कुलपति डॉ. परविंदर सिंह और नियाग्रा विश्वविद्यालय की ओर से अध्यक्ष रेव. जेम्स माहेर और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के उपाध्यक्ष डॉ. दिलीप सी. देओथले ने नियाग्रा विश्वविद्यालय के समझौते पर हस्ताक्षर किए। हस्ताक्षर समारोह में रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा, रयात बाहरा ग्रुप के उपाध्यक्ष गुरिंदर सिंह बाहरा, रजिस्ट्रार आरबीयू डॉ. दिनेश शर्मा और राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रमुख गुरमुख राणा भी मौजूद थे।
इस अभिनव समझौते के तहत, इंजीनियरिंग और प्रबंधन कार्यक्रम करने वाले छात्रों को अपनी शैक्षणिक यात्रा के दो साल रियात बाहरा विश्वविद्यालय में और बाकी नियाग्रा विश्वविद्यालय कनाडा में बिताने का अनूठा अवसर मिलेगा। इस सहयोग का उद्देश्य छात्रों को विविध और व्यापक शैक्षिक अनुभव प्रदान करना है। रयात बाहरा ग्रुप के चेयरमैन गुरविंदर सिंह बाहरा ने इस सहयोग को लेकर उत्साह जताया और कहा कि यह साझेदारी हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।रयात बाहरा विश्वविद्यालय और नियाग्रा विश्वविद्यालय के सहयोग से इस कार्यक्रम से छात्रों को अधिकतम लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित पाठ्यक्रमों में बी.टेक, एम.टेक, बीसीए, एमसीए, बीबीए और एमबीए शामिल हैं। नियाग्रा विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रेव जेम्स माहेर ने कहा कि सहयोग से छात्रों के लिए नए क्षितिज खुलने की उम्मीद है। दोनों संस्थान अकादमिक उत्कृष्टता और व्यक्तिगत विकास पर ध्यान देने के साथ छात्रों के लिए एक सुचारु परिवर्तन सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं। इस अवसर पर बोलते हुए रयात बाहरा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. परविंदर सिंह ने कहा कि हमें विश्वास है