रयात बाहरा विश्वविद्यालय में अनुसंधान और नवाचार पर संकाय विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया

By Firmediac news Jun 12, 2024
Spread the love

 

 

मोहाली 12 जून गीता। रयात बाहरा विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ साइंसेज द्वारा अनुसंधान और नवाचार पर आयोजित दो दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम आज यहां संपन्न हुआ, जिसमें विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के संकाय सदस्यों ने पूर्ण रूप से भाग लिया। यूएसएस डीन प्रोफेसर मनोज बाली ने सभी प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और एफडीपी के महत्व पर प्रकाश डाला।
कुलपति डॉ. परविंदर सिंह आज के समाज में आई.पी.आर. की आवश्यकता के बारे में बताया उन्होंने संकाय को सक्रिय रूप से अनुसंधान और नवाचार में संलग्न होने के लिए प्रोत्साहित किया। पहले दिन, प्रोफेसर रमन द्वारा आईपीआर-पेटेंट फाइलिंग पर एक विशेषज्ञ वार्ता दी गई, जिन्होंने प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा के प्रकार और पेटेंट फाइलिंग की विस्तृत प्रक्रिया के बारे में बताया। डॉ. जसगुरप्रीत ने एक प्रभावी पांडुलिपि तैयार करने में शामिल विभिन्न चरणों के बारे में विस्तार से बताया और शोध लेख प्रकाशित करने के लिए सुझाव साझा किए। कार्यक्रम के दूसरे दिन प्रोफेसर सिमरजीत कौर द्वारा नैतिक मुद्दों और वैज्ञानिक कदाचार पर एक विशेषज्ञ वार्ता दी गई। उन्होंने अनुसंधान, साहित्यिक चोरी और अवांछित प्रकाशनों में नैतिक नियमों पर चर्चा की। इस बीच, प्रोफेसर एमएस मेहता ने शोध पत्र लेखन के लिए लेटेक्स के उपयोग का प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रतिभागियों को सुरक्षात्मक उद्देश्यों के लिए लेटेक्स का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रतिभागियों ने ज्ञान साझा करने और विचारों के आदान-प्रदान के लिए प्रदान किए गए मंच की सराहना की। यह एफ.डी.पी यह रयात बाहरा विश्वविद्यालय के चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा और कुलपति डॉ. परविंदर सिंह के संरक्षण में आयोजित किया गया था।

 

 

 

Related Post

टी-20 विश्व विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के चंडीगढ़ शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की मैनेजमैंट ने किया भव्य स्वागत चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट, मैनेजमैंट कमेटी व अन्य सदस्यों ने भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह व उनके परिवार को पहनाई फूल मालाएं, ढ़ोल नगाड़ों की आवाज से गूंजा चंडीगढ़ शहर अर्शदीप के शौक को पेशे में बदलने में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का बहुत बड़ा योगदान है: अर्शदीप के पिता दर्शन सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *