विकसित भारत के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकी थीम के साथ, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने मनाया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में नवोन्वेषी परियोजनाएँ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह का प्रतीक

By Firmediac news Feb 29, 2024
Spread the love

 

मोहाली 29 फरवरी ( गीता ) । चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं ने विकसित भारत के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकी थीम के साथ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया, जिसमें भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा स्वदेशी नवाचारों की प्रासंगिकता और पीएम मोदी के 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य को हासिल करने के लिए विज्ञान के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। प्रतिभागियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एसएंडटी) के क्षेत्र में पिछले 10 वर्षों में लंबी छलांग लगाई है। सभी विज्ञान मंत्रालयों और विभागों का बजट 2013-14 में 21,025 करोड़ रुपये से बढ़कर 2022-23 में 57,303 करोड़ रुपये हो गया है, जो 172 प्रतिशत से अधिक है।

उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में विभिन्न अंतरिक्ष कार्यक्रमों, देश में बढ़ती अंतरिक्ष गतिविधियों और चंद्रयान -3 मिशन की सफलता के साथ दुनिया ने पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की वैज्ञानिक शक्ति को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में, इसरो ने 424 विदेशी उपग्रहों में से 389 का प्रभावशाली प्रक्षेपण किया है, भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर झंडा फहराने वाला पहला देश बन गया है। भारत ने सफलतापूर्वक आदित्य मिशन लॉन्च किया जो पीएम मोदी के तहत अंतरिक्ष नवाचार में भारत की बढ़ी हुई शक्ति को दर्शाता है। अनुसंधान और विकास के लिए कम लागत या शून्य-ब्याज ऋण प्रदान करने के लिए पीएम मोदी सरकार द्वारा बनाए गए 1 लाख करोड़ रुपये के फंड की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह नवाचार, अनुसंधान और विकास गतिविधियों पर मोदी सरकार के ध्यान के केंद्र को दर्शाता है। विशेषज्ञों ने बताया कि पीएम मोदी सरकार के तहत अपने जीवंत स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के कारण भारत ने वार्षिक ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (जीआईआई) 2023 में अपना 40वां स्थान बरकरार रखा है, जबकि 2015 में यह 80वें स्थान पर था।
उन्होंने कहा कि दिए गए पेटेंट ग्रांट की संख्या में आठ गुना वृद्धि देखी गई है, जो 2014-15 में 5978 से बढ़कर 2023 में 47735 हो गई है। भारत दुनिया में प्रौद्योगिकी लेनदेन के लिए सबसे आकर्षक निवेश स्थलों में तीसरे स्थान पर है। एससीआईजर्नल्स में प्रकाशनों की संख्या के मामले में भारत 2013 में 6वें स्थान से अब तीसरे स्थान पर आ गया है तथा विज्ञान और इंजीनियरिंग में प्रदान की गई पीएचडी की संख्या (लगभग 25,000) के मामले में संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा, यह सब पीएम मोदी के तहत पिछले 10 वर्षों के दौरान विज्ञान और प्रौद्योगिकी में देश की प्रगति को दर्शाता है।
मुख्य अतिथि, डॉ. जतिंदर कौर अरोड़ा, कार्यकारी निदेशक, पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की। डॉ. आशीष गुलिया, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, मुल्लांपुर के निदेशक डॉ. आशीष गुलिया और सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. सुकमिंदर कौर इस कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
इस अवसर पर विकसित भारत की दिशा में विज्ञान और नवाचार की भूमिका विषय पर एक संगोष्ठी भी आयोजित की गई। संगोष्ठी के दौरान स्वास्थ्य-परिवार कल्याण एवं मिशन निदेशक-राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़ की निदेशक डॉ. सुमन सिंह, आईआईएसईआर मोहाली से प्रो. (डॉ.) संजय मंडल, आईआईटी रोपड़ से प्रोफेसर (डॉ.) जितेंद्र कुमार, बालाजी फार्माकेम, प्रा. एलटीआई के निदेशक डॉ. अशोक शर्मा, माइक्रोबायोलॉजी विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) नवीन गुप्ता, बायोएज प्राइवेट लिमिटेड, मोहाली के सीईओ डॉ. एस के राणा, नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान, पटियाला की निदेशक डॉ. कल्पना शर्मा, एनआईटीटीआईआर, चंडीगढ़ के डीन (ए एंड एफ) प्रोफेसर (डॉ.) राम कृष्ण सम्मानित अतिथियों के रूप में शामिल हुए।
इस अवसर पर एक परियोजना प्रदर्शनी विज्ञान / विकासशील भारत का भी आयोजन किया गया। इसमें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा 200 से अधिक परियोजनाओं का प्रदर्शन किया गया, जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित किया। छात्रों ने परियोजनाओं के प्रदर्शनों के सिद्धांतों, अनुप्रयोग और सामाजिक प्रासंगिकता के बारे में बताया। प्रदर्शनी विज्ञान / विकासशील भारत का भी आयोजन किया गया। इसमें चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा विभिन्न विषयों पर 250 से अधिक नवीन परियोजनाओं और गतिविधियों की एक विविध श्रृंखला प्रदर्शित की गई, जिसमें रोबोटिक कार, नैनो ग्लो, मृदा परीक्षण, ऊर्ध्वाधर खेती, पौधों से बिजली उत्पादन, कृषि, खाद्य उत्पाद आदि शामिल थे। छात्रों ने प्रदर्शनों के सिद्धांतों, अनुप्रयोग और सामाजिक प्रासंगिकता के बारे में बताया। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों के छात्रों ने भी विज्ञान से संबंधित विभिन्न गतिविधि आधारित शिक्षण प्रतियोगिताओं में भाग लिया, इस अवसर पर छात्रों के लिए विज्ञान से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए गए और विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए।
पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस की कार्यकारी निदेशक डॉ. जतिंदर कौर अरोड़ा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, “इस अंतःविषय दुनिया में भरपूर अवसरों के साथ, भारत में, विशेष रूप से पंजाब में विज्ञान का अध्ययन करने के लिए अब से बेहतर कोई समय नहीं है। पंजाब 15 राष्ट्रीय संस्थानों, 36 विश्वविद्यालयों और कई उत्कृष्टता केंद्रों की मेजबानी करता है। इसके अतिरिक्त, यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार वेधशाला स्थापित करने वाला पहला राज्य है और भारत के उद्घाटन प्रौद्योगिकी और नवाचार सहायता केंद्र (टीआईएससी) की मेजबानी भी करता है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा, “पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों के दौरान, भारत के वैज्ञानिक प्रभाव ने भारत को उभरती प्रौद्योगिकियों के साथ अग्रणी देशों की पंक्ति में ला दिया है। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी के नेतृत्व में, भारत ने दुनिया की 130 अर्थव्यवस्थाओं के बीच ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (जीआईआई) की अपनी वैश्विक रैंकिंग में वर्ष 2015 में 81वें स्थान से 2022 में 40वें स्थान पर पहुँच कर अद्वितीय विकास प्रदर्शित किया है। पिछले 10 वर्षों में अनुसंधान एवं विकास (जीईआरडी) पर सकल व्यय भी तीन गुना से अधिक बढ़ा है।

Related Post

टी-20 विश्व विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के चंडीगढ़ शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की मैनेजमैंट ने किया भव्य स्वागत चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट, मैनेजमैंट कमेटी व अन्य सदस्यों ने भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह व उनके परिवार को पहनाई फूल मालाएं, ढ़ोल नगाड़ों की आवाज से गूंजा चंडीगढ़ शहर अर्शदीप के शौक को पेशे में बदलने में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का बहुत बड़ा योगदान है: अर्शदीप के पिता दर्शन सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *