मोहाली 9 अप्रैल ( गीता ) । चंडीगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज (सीईसी)-सीजीसी लांडरां ने इंटेल और डेल टेक्नोलॉजी के सहयोग से लांडरां में एक स्टेट-ऑफ-ऑफ-द-आर्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) स्किल्स लैब स्थापित की है जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को टेक्निकल शिक्षा में मजबूती प्रदान करना है। यह उद्घाटन सीजीसी लांडरां के प्रेजिडेंट रशपाल सिंह धालीवाल, द्वारा इंटेल की प्रोग्राम मैनेजर मिस पूजा, डेल टेक्नोलॉजी के अकाउंट मैनेजर-नार्थ और सेंट्रल, श्री प्रीतिश गुंबर, सीजीसी लांडरां के कैम्पस डायरेक्टर डॉ. पी.एन. ऋषीकेशा, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर इंजीनियरिंग, डॉ. राजदीप सिंह, हेड ऑफ डिपार्टमेंट, सीएसई, सीईसी-सीजीसी लांडरां, डॉ. सुखप्रीत कौर आदि, की उपस्थिति में किया गया।
एआई फॉर यूथ की इस पहल के तहत फैकल्टी के 25 से ज्यादा मेंबर्स को सर्टिफाइड ट्रेनर्स के रूप में प्रशिक्षित करने के साथ-साथ एआई स्किल लैब सीजीसी छात्रों को इंडस्ट्री रैडी प्रोफेशनल्स (उद्योग के लिए तैयार पेशेवर), नवीन और बेहतर तकनीकी ज्ञान और कौशल प्रदान करके भविष्य के लिए नौकरी निर्माता बनने में भी सक्षम बनाया जाएगा। 200 घंटे की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सीजीसी के छात्रों को इंटेल और डेल टेक्नोलॉजीज की ओर से सर्टिफिकेट दिए जाएंगे। डेल ऑप्टिप्लेक्स कंप्यूटर और इंटेल के न्यूरल कंप्यूट स्टिक-2 से सुसज्जित एआई स्किल्स लैब छात्रों को कंप्यूटर विजन, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (एनएलपी), ओपनवाइनो और अन्य एआई प्रौद्योगिकियों से संबंधित परियोजनाओं पर काम करने का अवसर प्रदान करेगी। इसके साथ ही, छात्र बूटकैंप, एआई-थॉन्स, वर्चुअल शोकेस और अन्य टूल के माध्यम से एआई जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों और दुनिया में इसके प्रभाव और परिवर्तनकारी भूमिका को समझने में सक्षम होंगे। सीजीसी लांडरां के प्रेजिडेंट रश्पाल सिंह धालीवाल ने इस पहल की प्रशंसा की। सीजीसी के संगठन में रिसर्च और इनोवेशन की संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रति समर्पितता को दोहराते हुए उन्होंने फ्यूचर रेडी वर्कफोर्स को तैयार करने के महत्व को उजागर किया, जो देश की आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करेगा। इंडस्ट्री और अकादमिक एक्सपर्ट्स को एक मंच पर लाकर एआई स्किल लैब डिजिटल कौशल अंतर को पाटने में भी मदद करेगी, जिससे सीजीसी के छात्र भविष्य के लिए तैयार होंगे और लगातार विकसित हो रहे नौकरी बाजार में फलने-फूलने में सक्षम होंगे। छात्र बुनियादी स्तर के ज्ञान को विकसित करने और नवीनतम तकनीकी कौशल प्राप्त करने के लिए इनोवेशन और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग प्राप्त कर पाएँगे जो उन्हें यह उन्हें गंभीर सामाजिक समस्याओं के लिए प्रभावी एआई समाधान विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा और देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने में भी योगदान देगा।
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