मोहाली 8 मार्च ( गीता ) । मोहाली पुलिस ने 4 मार्च को सेक्टर 67 स्थित सीपी मॉल के सामने तीन गाड़ियों में आए 8-9 अज्ञात लोगों द्वारा जम्मू निवासी राजेश डोगरा उर्फ मोहन बीर को 25 से 30 गोलियां मारकर हत्या करने के मामले में 5 बदमाशों को शाहगढ़, जिला पीलीभीत (यूपी) से गिरफ्तार किया गया है और भारी मात्रा में गोला-बारूद और घटना में इस्तेमाल की गई कारों को बरामद करने में सफलता हासिल की है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एसएसपी डॉ. संदीप कुमार गर्ग ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए एसपी श्रीमती ज्योति यादव और डीएसपी गुरशेर सिंह संधू के नेतृत्व में स्पेशल स्टाफ की कमान संभाली गई है। शिव कुमार निगरानी में विभिन्न टीमों का गठन किया गया, जिन्होंने तकनीकी और मानव संसाधनों की मदद से लगभग 3000 किमी (जम्मू, दिल्ली, यूपी नेपाल सीमा) के क्षेत्र को कवर किया और मामले में आरोपियों का पता लगाया। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक तौर पर यह बात सामने आयी है कि दोनों पक्षों में 2006 से ही आपसी प्रतिद्वंद्विता चल रही थी। उन्होंने बताया कि मृतक राजेश डोगरा ने अपना आतंक फैलाने के लिए जम्मू के बकरा गैंग के मुख्य सदस्य की हत्या की थी। बदला लेने के लिए बकरा गैंग के मुखिया के तौर पर अनिल सिंह उर्फ बिल्ला ने राजेश डोगरा की हत्या की योजना तैयार की थी और वह पिछले काफी समय से पंजाब, यूपी और उत्तराखंड के गैंगस्टरों के साथ लगातार संपर्क में था। उन्होंने कहा कि राजेश डोगरा को मारने के लिए उन्होंने 1 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किये हैं।
उन्होंने बताया कि इस गिरोह के 5 सदस्य अनिल सिंह उर्फ बिल्ला निवासी गांव गुरा सलाथिया (जम्मू-कश्मीर), हरप्रीत सिंह उर्फ प्रीत निवासी गणपत्ती एन्क्लेव, जिला मेरठ यूपी, सतवीर सिंह उर्फ बब्बू निवासी गांव शाहगढ़ थाना, जिला पीलीभीत, संदीप सिंह उर्फ सोनी निवासी गांव हेलो टाली, नजदीक गुरुद्वारा, जिला फतेहगढ़ साहिब और शाम लाल निवासी गांव किरमो, जिला उधमपुर, जम्मू-कश्मीर को गिरफ्तार किया गया है। उन्होनंे बताया कि आरोपियों से गहराई से पूछताछ की जा रही है और मामले की गंभीरता को देखते हुए ही इस गिरोह के मुखिया के खिलाफ जम्मू के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में हत्या के 8 मामले दर्ज हैं जिसके चलते पुलिस अपनी जांच कर रही है।