मोहाली 16 जून गीता। विश्व भर में 16 जून को मनाये जाने वाले इंटरनैश्नल डोमेस्टिक वर्कर्स डे की कड़ी में सेल्फ इम्प्लाईज वूमैन्स ऐसोसियेशन (सेवा) पंजाब द्वारा मनाये गये पखवाड़े में आयोजित कई गतिविधियां रविवार को सम्पन्न हो गई। सेवा पंजाब ने इस अवधि के दौरान ‘माई फेयर होम’ मुहिम के तहत मोहाली सहित मोगा, फिरोजपुर, गुरदासपुर, नाभा और मलेरकोटला में कई आयोजनों के माध्यम से डोमेस्टिक वर्कर्स के हितों की बात स्थानीय लोगों के समक्ष रखी। सेवा पंजाब का मत है कि डोमेस्टिक वर्कर्स भी अपने कार्यस्थलों में सम्मान की दृष्टि से देखे जाये और अकसर उनके साथ हो रहे अन्याय पर सरकार और आथोरिटी भी संज्ञान लें।
इस पखवाड़े के तहत जिलों में सेवा द्वारा लिंकेज कैंप आयोजित किये गये जिससे की डोमेस्टिक वर्कर्स अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सरकारी रिकार्ड्स और बैंकों से जोड़ केन्द्र और राज्य सरकारों की योजनाओं का लाभ उठा सके। डोमेस्टिक वर्कर्स को सशक्त करने की दिशा में नुक्कड़ नाटक, रैलियां, हस्ताक्षर अभियान आयोजित किये जिससे की समाज के समक्ष इस वर्ग का पक्ष रखा जाये। जिला स्तर पर असिस्टेंट लेबर कमीशनरों को सेवा पंजाब की अगुवाई में महिला डोमेस्टिक वर्कर्स ने मांगपत्र भी सौंपे जबकि मोहाली स्थित पंजाब के लेबर कमीशनर राजीव कुमार गुप्ता से भी एक प्रतिनिधिमंडल मिला और अपनी मांगों को एक ज्ञापन सौंपा। मांगपत्र के माध्यम से उन्हें पेश आ रही चुनौतियों से अवगत करवाया। डोमेस्टिक वर्कर्स ने अपने हितों की रक्षा करने के साथ साथ ईश्रम रजिस्ट्रेशन पर भी बल दिया। इन डोमेस्टिक वर्कर्स की मुख्य मांगों को इस इस वर्ग को ‘वर्कर’ के रूप में पहचान मिले। उनकी यह भी मांग थी कि डोमेस्टिक वर्कर्स को माह में तीन से चार दिनों की पेड लीव्स मिले। उन्होंने पुरजोर मांग की राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम मजदूरी को भी सुनिश्चित कराया जाये ताकि वे भोजन, आवास, हेल्थकेयर और शिक्षा जैसी आदि बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकें।