मोहाली 11 अप्रैल ( गीता ) । कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में बीत दिन से अनिश्चित काल के लिए हडताल शुरू कर दी गयी। हड़ताल के दूसरे दिन आज सभी सफाई कर्मचारी शहर की सफाई बंद कर फेस-3बी2 के बाजार में एकत्र हुए और फिर शहर के बाजारों, सड़कों और गलियों में पैदल मार्च किया और मुलाजिम मारू और वाल्मिकी समाज विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी भी की। यूनियन नेताओं ने कहा कि नगर निगम मोहाली के मेयर और कमिश्नर ने सफाई कर्मचारियों की मांगें मानने का आश्वासन दिया था, लेकिन कोई भी मांग नहीं मानी गई। संगठन की मांग है कि मोहाली महंगा शहर है, यहां 10 हजार वेतन वाले लोग नहीं रह सकते, इसलिए वेतन 22 हजार रुपये किया जाए, 500 रुपये का विशेष तेल भत्ता लागू किया जाए और बागवानी विंग की तैनाती की जाए।
यूनियन नेताओं ने कहा कि नगर निगम ने सफाई कर्मचारियों की मांगें क्या माननी थी उल्टा सार्वजनिक शौचालयों पर काम करने वाले 200 सफाई कर्मचारियों को बेरोजगार किया जा रहा है। उनकी मांग है कि इस कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोका जाए। उन्होंने कहा कि 200 सफाई कर्मियों को बेरोजगार कर उनके परिवारों को भुखमरी पर मजबूर कर दिया जायेगा, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा । उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी । उन्होंने घोषणा की कि आज सुबह डीसी कार्यालय के समक्ष कूड़ा फेंक कर विरोध व्यक्त किया जाएगा।