मोहाली 29 नवंबर (गीता)। अमर शहीद जत्थेदार बाबा हनुमान सिंह जी का 31वाँ यादगारी कुश्ती दंगल का आयोजन निकटवर्ती गांव सोहना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में आयोजन समिति द्वारा किया गया। ब्रह्मलीन ब्रह्मज्ञानी संत बाबा अजीत सिंह जी की प्रेरणा से हंसाली वासियों की प्रेरणा से पंजाब, हरियाणा, यूपी से इस कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया। इतना ही नहीं दिल्ली के अखाड़ों से 400 से ज्यादा मशहूर पहलवानों ने हिस्सा लिया। इस कुश्ती दंगल में करीब 155 कुश्तियां हुईं।
दर्शकों के उत्साह के बीच जस्सा पट्टी और मोनू दहिया दिल्ली के बीच पहली फ्लैग फाइट कड़ी और रोमांचक रही, जिसमें जस्सा पट्टी ने मैच जीत लिया। दूसरी झंडी की कुश्ती मोनू दिल्ली और कालू बहरोवाल के बीच 20 मिनट बाद मोनू दिल्ली ने जीती। तलाव बाबा फ्लाई और संदीप मान अखाड़ा खन्ना के बीच तीसरी झंडी कुश्ती बेहद रोमांचक और जोरदार रही। दर्शकों ने बड़ी संख्या में कुश्ती का लुत्फ उठाया। एक बार तो हर दांव पर दर्शकों की ओर से पुरस्कारों की झड़ी लग गई। अंत में तलाव बाबा फ्लाई ने यह कुश्ती अपने नाम कर ली। कुश्ती दंगल में कई दिलचस्प और रोमांचक मुकाबले हुए, जिनमें सुनील जीरकपुर और गामा धनेटा, बाज रोनी और रिंकू, आमना बाहदोवाल और गुरजीत मकरोड़, ताज रोनी और सोनू महाराष्ट्र, गगन सोहाना और आमना मलकपुर का नाम उल्लेखनीय है। इस कुश्ती दंगल में विजेता पहलवानों को उनकी योग्यता के अनुसार धन दिया जाता था।
कुश्ती दंगल के अलावा पहलवानों ने शारीरिक शक्ति के भी विभिन्न करतब दिखाए, जिसमें एक पहलवान ने अपनी पीठ पर ढाई क्विंटल मिट्टी की बोरी उठा कर अखाडे में घुमाई। इस दौरान जहां पहलवानों ने अपनी कुश्ती के जौहर दिखाए, वहीं प्रशंसकों ने माया के खुले गफे दे कर पहलवानों का हौसला बढ़ाया।
जब खिलाड़ी अपने कुश्ती कौशल दिखा रहे थे, तो नजर दडोली खेड़ी और जस्सी रहियावाद ने अपनी आकर्षक कमेंट्री के साथ दर्शकों को कुश्ती दंगल की परंपरा के बारे में बताकर सभी का ध्यान आकर्षित किया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में बूटा सिंह, परमिंदर सिंह सोहाना (शिरोमणि अकाली दल के हलका प्रभारी), दविंदर बॉबी, हरजीत सिंह भोलू (पार्षद), गुरदीप गागा (पूर्व सरपंच), सुभाष शर्मा, सुरिंदर रोडा, नीनू चौधरी, मिंदर सोहाना शामिल हुए पहलवानों के हाथ मिलवायो और खेल को खेल की तरह खेला गया। इस मौके पर बिल्ला नगारी, तीतर सोहाना, दीपा बाबा फ्लाई, संत सिंह मामूपुर ने रेफरी की सेवा बखूबी निभाई। इस कुश्ती दंगल में क्षेत्र के पहलवानों और सभी अखाड़ों के प्रशिक्षकों को सम्मानित किया गया। इस कुश्ती दंगल में पहलवानों का हौसला बढ़ाने के लिए गांव और इलाके के गणमान्य लोग, कई बड़े नेता और बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे थे। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह एवं सतविंदर सिंह सोढ़ी ने कहा कि धन्य हैं अमर शहीद जत्थेदार बाबा हनुमान सिंह जी जिन्होंने अंग्रेजों के साथ युद्ध में हजारों सिंहों के साथ इसी स्थान पर देश और धर्म को बचाने के लिए शहादत प्राप्त की थी। हर साल उनकी याद में कुश्ती दंगल के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को नशे से बचाना है ताकि वे अपना योगदान खेलों में दे सकें। अच्छे रचनात्मक कार्य करके देश का विकास एवं प्रगति करें।