मोहाली प्रशासन की विशेष पहल
नशे के आदी युवाओं के पुनर्वास हेतु एनजीओ के सहयोग से कौशल प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना
मोहाली 5 सितंबर (गीता)। जिला प्रशासन साहिबजादा अजीत सिंह नगर ने युवाओं को नशा छोड़ने के बाद समाज की मुख्यधारा में शामिल होने में मदद करने के उद्देश्य से एक अनूठी पहल में, गैर सरकारी संगठन हरटेक फाउंडेशन के सहयोग से, सेक्टर 66 में एक नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र की स्थापना की है ने मोहाली में एक कौशल प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया है।
मोहाली डीसी आशिका जैन ने मंगलवार को रोपड़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक गुरप्रीत सिंह भुल्लर और एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग के साथ इस परियोजना का उद्घाटन करते हुए कहा कि नशा छोड़ने वाले युवाओं को पुनर्वास के लिए कौशल की आवश्यकता है ताकि वे इलाज के साथ-साथ घर लौटकर यहां से सीखे गए काम से अपना रोजगार कर सकें। डीसी ने कहा, पिछले हफ्ते नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर (एनकॉर्ड) की बैठक के दौरान यह महसूस किया गया कि नशे के आदी लोगों को इलाज के साथ-साथ स्वरोजगार प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक मंच होना चाहिए । इस विचार पर काम करते हुए हरटेक फाउंडेशन आया इस विचार को वास्तविकता बनाने के लिए आगे बढ़ें।
उन्होंने फाउंडेशन प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने में इस तरह की पहल तब और कारगर साबित होगी, जब वे नशे से मुक्त होकर हुनरमंद बनेंगे और अच्छी कमाई करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण बैच 15 दिनों से 20 दिनों का होगा, जो प्रशिक्षण के दौरान उनके सीखने के समय पर निर्भर करेगा। उन्होंने बताया कि यहां सोमवार से शुक्रवार सुबह 9ः30 से 11ः00 बजे तक प्रशिक्षण देने के लिए एक इंजीनियर और एक प्रशिक्षक को तैनात किया गया है। डीसी जैन ने कहा कि जैविक खेती के कौशल सीखने के साथ-साथ खेल गतिविधियों को भी बढ़ाया जाएगा।
आईजी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने नशे की लत से पीड़ित लोगों के लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त करने के लिए डीसी मोहाली के प्रयासों की सराहना की और कहा कि प्रत्येक नशे की लत वाले व्यक्ति को अपना जीवन फिर से शुरू करने और समाज की मुख्यधारा का हिस्सा बनने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि कौशल प्रशिक्षण उपचार और पुनर्वास रणनीतियों का एक अनिवार्य हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की प्रतिबद्धता के अनुसार, हम अपने राज्य से नशीली दवाओं के उन्मूलन के लिए बहुआयामी तकनीक अपना रहे हैं। एसएसपी डॉ. संदीप गर्ग ने डीसी आशिका जैन के अनूठे दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि नशे से छुटकारा पाने के लिए हमारे पास बहुआयामी दृष्टिकोण है, पहला है तस्करों पर नियंत्रण, दूसरा है जन जागरूकता और तीसरा है नशा पीड़ितों के इलाज सहित पुनर्वास। उन्होंने उम्मीद जताई कि हरटेक फाउंडेशन के सहयोग से जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई इस पहल से यहां इलाज करा रहे युवाओं में निश्चित रूप से सीखने की भावना विकसित होगी। इस अवसर पर एडीसी (जी) विराज श्यामकरन, कौशल प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना में समन्वय के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान देने वाली एसडीएम मोहाली चंद्र ज्योति सिंह और डिप्टी मेडिकल कमिश्नर-कम-नोडल अधिकारी डॉ. परविंदर पाल कौर भी उपस्थित थे। हरटेक फाउंडेशन की सीईओ हरकीरत कौर ने इस नए उद्देश्य के प्रति अपने फाउंडेशन की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए प्रशासन को परियोजना के सफल क्रियान्वयन का आश्वासन दिया।