मोहाली, 17 अप्रैल 2024: हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) क्रिकेट में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने में हमेशा सबसे आगे रहा है। राज्य में क्रिकेट के प्रबंधन निकाय, एचपीसीए ने हाल ही में अपनी अभ्यास सुविधाओं में एसआईएसग्रास हाइब्रिड पिच टेक्नोलॉजी पेश करने के लिए एक रोमांचक पहल की है। यह कदम यह सुनिश्चित करेगा कि अभ्यास पिचें उच्चतम गुणवत्ता वाली हों, क्योंकि पारंपरिक पिचें कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं झेल सकतीं और जल्दी ही खराब हो जाती हैं, जिससे खिलाड़ियों के लिए अभ्यास के बेशकीमती अवसर सीमित हो जाते हैं।
एसआईएसग्रास, नीदरलैंड स्थित एसआईएस पिचेज़ समूह की कंपनियों का अंग है और धर्मशाला के खूबसूरत एचपीसीए स्टेडियम में पहली बार हाइब्रिड पिच इंस्टॉलेशन में अपने क्रांतिकारी निवेश के साथ भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार है। यह अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी अधिक टिकाऊ, सुसंगत और उच्च प्रदर्शन वाली खेल की पिच प्रदान कर इस खेल के अनुभव में आमूल परिवर्तन लाएगी। एसआईएसग्रास प्रौद्योगिकी खिलाड़ियों को सुरक्षा, स्थायित्व और शानदार खेलने की क्षमता का बेजोड़ संयोजन प्रदान करती है।
शानदार एचपीसीए स्टेडियम, अपनी तरह की पहले हाइब्रिड पिच इंस्टॉलेशन के लिए तैयार है। यह ऐतिहासिक घटनाक्रम, भारतीय क्रिकेट में एक रोमांचक नए युग की शुरुआत है, जिसमें 2024 और उसके बाद देश भर में कई प्रमुख परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इनोवेटिव हाइब्रिड पिच प्रौद्योगिकी भारत में खेल के लिए एक नया अध्याय शुरू करने के लिए तैयार है, जो खिलाड़ियों के लिए सर्वोत्तम प्राकृतिक और कृत्रिम पिचें पेश करेगी।
इस पिच के इंस्टॉलेशन के बारे में, एचपीसीए के मानद अध्यक्ष, श्री आर पी सिंह ने कहा, “प्रशंसकों के बीच धर्मशाला स्टेडियम ऐसे स्टेडियम के रूप में उभर रहा है, जिसकी मांग बढ़ रही है और यह अपने सुरम्य परिवेश तथा सुंदर माहौल के लिए प्रसिद्ध है और घरेलू, अंतर्राष्ट्रीय तथा आईपीएल मैचों की मेज़बानी करता है। एचपीसीए ने क्रिकेट में लगातार उन्नत प्रौद्योगिकी को अपनाया है। उत्कृष्टता केंद्र में हमारी अत्याधुनिक इनडोर सुविधाओं से लेकर एलईडी लाइटिंग और कुशल जल निकासी के लिए एसआईएस एयर सिस्टम को लागू करने तक, हम खिलाड़ियों और प्रशंसकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए समर्पित हैं। भारत में एसआईएसग्रास की अभूतपूर्व हाइब्रिड पिच प्रौद्योगिकी का आगमन हमारे राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए अभूतपूर्व क्षण का प्रतीक है। यह नवोन्मेषी दृष्टिकोण खेल को उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों तक ले जाने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।”
इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी और एसआईएस के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक, श्री पॉल टेलर ने कहा, “भारत के शानदार क्रिकेट परितंत्र में नई और बेहतर प्रौद्योगिकी को शामिल कर हमें उम्मीद है कि इसके विकास में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी। क्रिकेट आपके विशाल राष्ट्र को एकसूत्र में बांधता है, एकता बढ़ाने का काम करता है। एसआईएसग्रास में हम, और भारत में हमारे डिलीवरी पार्टनर, बेहतरीन टर्फ विशेषज्ञ, ग्रेटर टेन के साथ हाइब्रिड पिच जैसी शीर्ष सुविधाएं प्रदान कर इस परितंत्र में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे खेल में भागीदारी बढ़ेगी और खेल प्रतिभाओं का पोषण होगा।”
श्री टेलर ने कहा, “हमारी अत्याधुनिक प्रणालियां, आत्मविश्वास के साथ स्थानीय क्षेत्रों में बेहतर क्रिकेट पिचें प्रदान करती हैं, उत्साही भारतीय क्रिकेटरों तथा उभरती प्रतिभाओं को अत्याधुनिक सुविधाओं और उपकरणों के साथ अपने खेल को आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाती हैं। भारत में निवेश का अर्थ है, सभी स्तरों पर क्रिकेट के भविष्य में निवेश करना, अन्य क्रिकेट खेलने वाले देशों के लिए अपनी वृद्धि और विकास जारी रखने के लिए मंच तैयार करना। इन पहलों के ज़रिये हमारा लक्ष्य है, भारत के वैश्विक खेल महाशक्ति बनने की यात्रा में तेज़ी लाना।”
एसआईएसग्रास ने शौकिया और पेशेवर स्तर के क्रिकेट के लिए पिच की गुणवत्ता और निरंतरता में सुधार पर काम पूरा कर लिया है, जिससे यह खेल लाखों लोगों के लिए सुलभ हो जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा टी20 और 50 ओवर की प्रतियोगिताओं के लिए हाइब्रिड पिच के उपयोग की अनुमति मिलने के बाद एसआईएस ने भारत में निवेश किया है। ब्रिटेन के क्रिकेट मैदानों में हाइब्रिड पिच स्थापित करने की सफलता के बाद, एसआईएस ने भारत में प्रौद्योगिकी विकसित करने का फैसला किया।
धर्मशाला में हाइब्रिड पिच स्थापित करने के लिए यूनिवर्सल मशीन का उपयोग किया जा रहा है, जिसे एसआईएसग्रास ने पहली बार 2017 में विकसित किया था। यह क्रिकेट स्टेडियमों के अंदर प्राकृतिक टर्फ के साथ पॉलिमर फाइबर का एक छोटा प्रतिशत इंजेक्ट करता है। यह ढांचा, खेल के दौरान पैदा होने वाले तनाव के प्रति अधिक लचीला है, पिचों को टिकाऊ बनाने में मदद करता है, समान उछाल की गारंटी देता है और व्यस्त ग्राउंडकीपरों पर दबाव कम करता है। जिन पिचों को तैयार किया गया है वहां अभी भी मुख्य रूप से प्राकृतिक घास हैं और सिर्फ 5% पॉलिमर फाइबर का उपयोग किया गया है। यह सुनिश्चित करता है कि पूरी तरह से प्राकृतिक पिच की विशेषताएं बनी रहें।
ब्रिटेन में, टी20 और 50 ओवर की प्रतियोगिताओं के लिए हाइब्रिड पिच स्वीकृत हैं और 2024 से इनका उपयोग चार दिवसीय काउंटी चैम्पियनशिप मैचों में भी किया जाएगा। यूनिवर्सल अपनी तरह की पहली मशीन है और ब्रिटेन में अपनी प्रभावशीलता प्रदर्शित कर चुकी है। इसका उपयोग इंग्लैंड के लगभग हर काउंटी मैदान पर एसआईएसग्रास स्थापित करने के लिए किया गया है, जिनमें लॉर्ड्स, द किया ओवल, एजबेस्टन, एमिरेट्स ओल्ड ट्रैफर्ड और ट्रेंट ब्रिज जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मैदान शामिल हैं।
पिच को सिलने के लिए धर्मशाला में यूनिवर्सल मशीन लगाई गई है। यहां काम पूरा हो जाने पर, यह मशीन अभ्यास और मैचों के लिए अन्य पिचें तैयार करने के लिए अहमदाबाद और मुंबई का रुख करेगी। पहली तीन पिच तैयार हो जाने के बाद मशीन भारत में ही रहेगी और अन्य परियोजनाओं को मंज़ूरी मिलते ही तुरंत अन्य मैदानों और सुविधाओं के लिए उपलब्ध हो जाएगी।
हाइब्रिड पिच की शुरुआत, भारत के राष्ट्रीय खेल के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो आईपीएल के माध्यम से टी20 क्रिकेट को बढ़ावा दे रहा है। हाइब्रिड पिच के विकास की प्रमुख वजहों में से एक ये छोटे स्वरूप वाले क्रिकेट खेल रहे। जब बहुत अधिक खेल आयोजित होते हैं तो उस दौरान शीर्ष-स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए हर प्राकृतिक पिच को समय पर तैयार करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।