मोहाली 25 नवंबर (गीता)। फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ पंजाब एंड तथा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं द्वारा गठित एफएपी नेशनल अवार्ड्स आज एक क्रांति बन गए है। यह न केवल पंजाब बल्कि पूरे भारत में प्रतिभा, योग्यता और उत्कृष्टता को पहचानने का एक अनूठा मंच बन गया है। पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल डॉ. किरण बेदी ने एफएपी अवार्ड्स के तीसरे संस्करण के अवसर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी परिसर में सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षक और स्कूल हमारे युवाओं के करियर को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो भविष्य में हमारे देश का भविष्य बनने जा रहे हैं।
एफएपी अवार्ड्स, जो निजी स्कूलों, शिक्षकों, प्रिंसिपलों और छात्रों द्वारा की गई उत्कृष्ट उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देते है। इस अवसर पर पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल, किरण बेदी, पूर्व भारतीय क्रिकेटर लेवल 2 के बीसीसीआई कोच नेहा तंवर, आईएएस त्रिपुरा भवन, नई दिल्ली की निवासी आयुक्त, सुश्री सोनल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुईं। इसके अलावा एफएपी के अध्यक्ष डॉ. जगजीत सिंह धुरी तथा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ आर एस बावा भी मौजूद थे।
गौरतलब है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं में 25 नवंबर (शनिवार) को प्रतिष्ठित एफएपी नेशनल अवार्ड्स 2023 का आयोजन किया गया। एफएपी नेशनल अवार्ड्स 2023 के पहले दिन शैक्षणिक उपलब्धि पुरस्कार ,खेल उपलब्धि पुरस्कार और प्राइड ऑफ इंडिया श्रेणियों के तहत कुल 607 अवार्ड्स प्रदान किए। इस अवसर पर 179 निजी स्कूलों, 153 प्रिंसिपलों, 55 शिक्षकों और 220 विद्यार्थियों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि इस दो दिवसीय पुरस्कार समारोह के दौरान 17 उप-श्रेणियों में लगभग 1831 शिक्षकों, प्राचार्यों, छात्रों और स्कूलों को ये पुरस्कार दिए जाएंगे।
अपने सम्बोधन में डॉ. किरण बेदी ने कहा कि पंजाब को एक बार फिर हर क्षेत्र में नंबर 1 राज्य बनाने के लिए युवाओं को बड़ा योगदान देना होगा । आज, यह देखकर दुख होता है कि पंजाब कर्ज में डूबा हुआ है जो हर साल बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिल कर एक ऐसा पंजाब बनाना होगा जो उद्योग, खेल, शिक्षा, विकास और अपने नागरिकों के कल्याण में अग्रणी राज्य बने। 5 साल की योजना बनाएं और सभी हितधारकों जैसे उद्योग, किसान, युवा, संस्थान और सरकार को लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए व्यवस्थित रूप से काम करना चाहिए जिससे लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। डॉ. बेदी ने कहा कि पंजाब भारत का एक समृद्ध और विकसित राज्य है। उन्होंने आगे कहा कि यह देखकर अच्छा लगता है कि कई स्कूल जो शिक्षा, खेल में अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं, उन्हें आज सम्मानित किया जा रहा है,
फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स एंड एसोसिएशन इन पंजाब के अध्यक्ष डॉ. जगजीत सिंह धुरी ने एफएपी अवार्ड्स 2023 के अवसर पर बोलते हुए कहा कि हम पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे है। नई शिक्षा नीति पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि छात्रों के विकास के लिए हम पंजाब में नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों को अपनी मातृ भाषा में शिक्षा अर्जित करने का सुनेहरा अवसर प्रदान कर रही है जो धीरे-धीरे अपना लुप्त हो रही है।
एफएपी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए,चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो-चांसलर, डॉ. (प्रो.) आर.एस. बावा ने कहा, ष्शिक्षा सामाजिक प्रगति और परिवर्तन की आधारशिला है, और यह मेरे लिए सम्मान और सौभाग्य की बात है कि मैं इस अवसर पर उपस्थित हूँ। एफएपी पुरस्कार स्कूली शिक्षा के परिदृश्य को आकार देने वाले शिक्षकों, संस्थानों और नवीन कार्यक्रमों की अटूट प्रतिबद्धता और समर्पण के प्रतीक हैं। यह बहुत गर्व की बात है कि हम इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों के माध्यम से शिक्षाशास्त्र, नेतृत्व, पाठ्यक्रम विकास और छात्र सशक्तिकरण में उत्कृष्टता का उत्सव मना रहे हैं।
उन्होंने कहा, “स्कूल शिक्षा में एफएपी राष्ट्रीय पुरस्कार उन शिक्षकों और दूरदर्शी लोगों युवा विचारों , आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देने और आजीवन सीखने के जुनून को सम्मानित करने की दिशा में प्रयास हैं।
त्रिपुरा भवन, नई दिल्ली की रेजिडेंट कमिश्नर सुश्री सोनल गोयल (आईएएस) ने कहा, “प्रौद्योगिकी, नवाचार, प्रेम और देश के प्रति जुनून से सशक्त भारत के एक युवा नागरिक के रूप में, मुझे एहसास है कि छोटा लक्ष्य रखना एक अपराध है, इसलिए हम निश्चित रूप से कोई छोटा लक्ष्य नहीं रख सकते।