मोहाली 13 अक्तूबर (गीता)। उभरती खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने 13 अक्टूबर (शुक्रवार) को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में उन छात्रों को सम्मानित करने के लिए एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस समारोह)का आयोजन किया, जिन्होंने चीन के हांगझू में हाल ही में संपन्न 19वें एशियाई खेलों 2023 में अपने उल्लेखनीय प्रदर्शन के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के साथ साथ विश्व मंच पर भारत का नाम रोशन किया है।
इस अवसर पर पदक विजेता, प्रतिभागी और उनके परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे, जिन्हें ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) द्वारा 23 सितंबर से 8 अक्टूबर तक आयोजित इस 15 दिवसीय महाद्वीपीय बहु-खेल कार्यक्रम में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू द्वारा स्वागत किया।
इस 15 दिवसीय एशियाई खेलों में 22 प्रतिभागियों में से दस (10) चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने पदक जीते है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ओर से संजय राणा ने हॉकी, अर्शदीप सिंह ने क्रिकेट में गोल्ड मैडल हासिल किया। तीरंदाजी रिकर्व में भजन कौर ने कांस्य, (पुरुष कबड्डी ) में इनामदार असलम मुस्तफा, विशाल भारद्वाज, पवन कुमार और नितेश कुमार ने गोल्ड, (महिला कबड्डी) में सुषमा शर्मा और निधि शर्मा ने गोल्ड मैडल तथा किरण गोदारा ने (कुश्ती) में कांस्य पदक जीता।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम संधू ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए छात्रों को एशियाई खेलों में उनकी उपलब्धियों, देश, उनके संबंधित राज्यों और यूनिवर्सिटी का गौरव बढ़ाने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “एशियाई खेलों के 19वें संस्करण में 1951 के बाद से किसी अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजन में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा अब तक का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है जिसमें भारत ने 107 पदक प्राप्त किये है। उन्होंने कहा कि यह बताते हुए बेहद गर्व अनुभव हो रहा है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने 5 खेलों में 10 पदक जीतकर एशियाई खेलों में भारत की इस ऐतिहासिक उपलब्धि में सर्वोच्च योगदान दिया है। सतनाम सिंह संधू ने कहा, “एशियाई खेलों में भारत द्वारा मैदान में उतारे गए कुल 653 खिलाड़ियों मे सबसे ज्यादा 22 खिलाड़ी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के थे। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ओर से 3.36ः भारतीय खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा भारत में सबसे अधिकतम योगदान है। भारत के 107 पदकों में योगदान करते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने 45.45ः की विजयी स्ट्राइक रेट के साथ 10 पदक जीते। 41 खेल विधाओं में से 24 खेलों में भारत के लिए पदक जीतने वाले 162 खिलाड़ियों का स्ट्राइक रेट 58.53ः था। भारत की 107 पदक तालिका में योगदान करते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों ने 8 स्वर्ण और 2 कांस्य पदक जीते। सतनाम सिंह संधू ने कहा, ष्चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के खिलाड़ी छात्र पेरिस, फ्रांस में 2024 में होने वाले आगामी ओलंपिक के लिए तैयारी कर रहे हैं। और मुझे यकीन है कि जैसे हमारे खिलाड़ियों ने एशियाई खेलों में हमें गौरवान्वित किया है, उसी प्रकार वे अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को दोहराते हुए पेरिस ओलंपिक में भारत को गौरवान्वित करेंगे। सभी पदक विजेता एवं प्रतिभागी, चंडीगढ़ में वभिन्न विधाओं में शिक्षा प्राप्त कर रहे है। यूनिवर्सिटी द्वारा दी जाने वाली 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप तथा यूनिवर्सिटी के चांसलर से मुलाकात पर खुशी जताई। उन्होंने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा प्रदान की जाने वाली , सेवाओं, सुविधाओं और संसाधनों के लिए भी आभार व्यक्त किया, जिससे उन्हें खेल और शिक्षा में संतुलन बनाने में मदद मिली है।
सतनाम सिंह संधू ने यह भी कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में अपने छात्रों के बीच शैक्षणिक उत्कृष्टता और समग्र विकास दोनों को बढ़ावा देने की अपनी जिम्मेदारी को समझती है। यूनिवर्सिटी खेल के क्षेत्र में छात्रों को प्रशिक्षण के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं, मार्गदर्शन के लिए प्रशिक्षित कोच और छात्रवृत्ति के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करके पूर्ण समर्थन प्रदान करती है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने परिसर में खेल विकास सुनिश्चित करने के लिए 6.5 करोड़ रुपये का बजट आरक्षित किया है।
इस अवसर पर बोलते हुए, पवन कुमार सहरावत ने कहा, “यूनिवर्सिटी ने हमेशा छात्रों को खेल के प्रति प्रोत्साहित किया है, जिसके कारण वे अपने सपनों को पूरा करने में सक्षम हुए हैं। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की गई सुविधाओं और मार्गदर्शन ने एशियन गेम्स में मेरे प्रदर्शन में एक महान भूमिका निभाई है। सीयू छात्र तथा पंजाब के बरनाला जिले के काहने के गांव से सम्बन्ध रखने वाले युवा रेस वॉकर अक्षदीप सिंह 2024 में पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की 20 किमी रेस वॉक के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने आगामी विश्व एथलेटिक्स चौंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है। हिमाचल प्रदेश के ऊना के एक मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले विशाल भारद्वाज एक पेशेवर कबड्डी खिलाड़ी (बाएं डिफेंडरऔर छठे सीजन में कप्तान) जो प्रो कबड्डी लीग में खेलते हैं। वह हाल ही में संपन्न एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय कबड्डी टीम का हिस्सा थे। विशाल को प्रो कबड्डी लीग के दसवें सीजन में दबंग दिल्ली के.सी. के लिए खेलने के लिए 20 लाख की बोली के साथ भी चुना गया है।