गोला-बारूद से हुई है जंग,खोदाई के समय मिल चुके है कई निशान बाबा हनंूमान सिंह जी के शहीदी स्थान गुरूद्वारा सिंह शहीदां सोहाना का इतिहास बाबा जी हजारों सिख सैनिकों के साथ 90 वर्ष की आयु में गांव सोहाना में शहादत का जाम पी गए

By Firmediac news Nov 30, 2023
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मोहाली 30 नवंबर (गीता)। बाबा हनंूमान सिंह जी के शहीदी स्थान गुरूद्वारा सिंह शहीदां सोहाना के इतिहास की बात की जाए तो यह स्थान बुढढा दल के सातवंें जत्थेदार धन धन अमर शहीद बाबा हनूमान सिंह जी जत्थेदार श्री अकाल तखत साहिब जी का शहीदी स्थान है। बाबा जी का जन्म पिता गरजा सिंह बाठ के घर में माता हरनाम कौर जी की कोख से 18 मघघर 1755 ईः को नारगपुर वाला जिला फिरोजपुर में हुआ। आप जी ने 10 साल जत्थेदार श्री अकाल तखत साहिब श्री अमृतसर रहने का गर्व प्राप्त किया।
दिसम्बर 1845 ईसवी को जिस वक्त सिख राज के अहलकार डोगरा गुलाब सिंह, मिशर लाल सिंह एवं तेज सिंह ने अंग्रेजों के साथ अंदर से ही सिख राज्य को अग्रेजों के अधीन करने का सौदा कर लिया। उस समय महारानी जिंद कौर ने एक पत्र के (तारा स. शाम सिंह अटारी को खालसा पंथ बुढढा दल के नाम एक संदेश लिख कर पंथ के सातवंें जत्थेदार बाबा हनुमान सिंह जीयजत्थेदार श्री अकाल तखत साहिब जी के पास श्री अमृतसर में विन्ती की। बाबा जी उसी समय सिक्खों के साथ मैदाने जंग के लिए चल पड़े। मुदकी एवं फेरू शहर पहुंच कर सिक्खों व अंग्रेजों में बहुत भीषण युद्व( हुआ, जिसमें सिक्खों ने अंग्रेजों की दस हजार से ज्यादा फौज को मौत के घाट उतार दिया एवं अंग्रेजों को मैदाने जंग से भागना पड़ा। बुढढा दल पटियाले निहंग सिंहों के तलाब पर पहुंच गया। वहां पर अंग्रेजों का एक मुखबिर कर्म सिंह जो कि अपने सिख किरदार से गिर गया था, ने अग्रेजों के साथ मिल कर सिक्खों पर तोपों से हमला करवा दिया, जिस में 15000 सिख सैनिक शहीद हो गए। जिनका अंतिम संस्कार का स्थान गुरूद्वारा श्री दूख निवारन साहिब, पटियाला में वटवृक्ष के नीचे जोत वाली जगह पर है। आखिर सिंख फौज ने बहादुरी से लड़ते हुए आगे गांव घड़ाम की तरफ चलना शुरू कर दिया। यहां पहुंच कर बाबा हनुमान सिंह जी तोप का एक गोला लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए, वहीं से दुशमनों का बहादुरी से सामना करते हुए राजपुरा होते हुए नगर सोहाना में पहुंचे और यहां पर बाबा जी हजारों सिख सैनिकों के साथ 90 वर्ष की आयु में शहादत का जाम पी गए।
सचखंड वासी बह्म ज्ञानी संत बाबा अजीत सिंह जी हंसाली वालों की अपार कृपा से संचखंड वासी बाबा हरबंस सिंह जी कार सेवा दिल्ली वालों एवं समस्त संगत के सहयोग से गुरूद्वारा साहिब के 140 फीट लम्बाई, 110 फीट चौड़ाई, 127 फीट ऊंचाई वाले आलिशान दरबार साहिब की सेवा गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से मुमम्मल करवाई जा चुकी है। गुम्बदों के ऊपर सोने के कलश चढ़ाने की सेवा करवाई गई है। इस समय गुरूद्वारा साहिब के पूरे गुम्बद के ऊपर सोना चढ़ाने की सेवा, अति आधुनिक वाता नुकूलित यात्री निवास एवं दोनो दर्शनी डयोढ़ियों की कार सेवा चल रही है।
स्थान की महिमा और कौन-कौन आते हैं
इस स्थान की इतनी महिमा है कि विश्व प्रसिद्व( क्रिकेट के खिलाड़ी जिन्में हरभजन सिंह, युवराज सिंह, शिखर धवन एवं अन्य विख्यात खिलाड़ी बाबा जी की कृपा प्राप्त करने के लिए आते रहते हैं। जब इस स्थान की खुदाई की जा रही थी तो यहां पर उस समय का युद्व( का गोला बारूद भी मिला था।
इस स्थान पर 3 दिसम्बर 2023 को धन धन अमर शहीद बाबा हनूमान सिंह जी का जन्मोत्सव बड़ी श्रद्वा ( भावना के साथ उत्शाह पूर्वक मनाया जा रहा है। जन्मोत्सव की खुशी में सुबह 10 बजे श्री अखंड पाठ साहिब जी के भोग डाले जाएंगे, इसके बाद सारा दिन धर्मिक समागम का आयोजन किया जाएगा जिसमें सिंह साहिब ज्ञानी रधबीर सिंह जी जत्थेदार श्री अकाल तखत साहिब जी, भाई सतनाम सिंह जी कोहाड़काझूरी रागी श्री दरबार साहिब जी, श्री अमृतसर, भाई करनैल सिंह जीझूरी रागी श्री दरबार साहिब जी, श्री अमृतसर, भाई साहिब ज्ञार्नी पिंदरपाल सिंह जी लुधियाने वाले, मीरी पीरी खालसा जत्था जगाधरी वाले, भाई बलबीर सिंह जी पारस एवं अमृतसर वाली बीबीओं का इंटरनेशनल ढाडी जत्था, भाई बीबी दलेर कौर खालसा नकोदर वाली बीबीओं का इंटरनेशनल ढाडी जत्था, भाई गुरप्रीत सिंह खालसा का इंटरनेशनल ढाडी जत्था संगतों को सारा दिन हरि जस सुना कर निहाल करेंगे। इस दिन समस्त मानवता के भले के लिए विशाल रक्तदान शिविर सुबह 8ः00 बजे से सायं 6ः00 बजे तक लगाया जाएगा। रक्तदान करके अपना योगदान डालें। समागम पर दीपमाला एवं समापती पर रात के समय बिहंगम आतिशबाजी का आयोजन किया जाएगा। गुरू का लंगर सारा दिन अटूट बरताया जाएगा।
ब्रह्मज्ञानी संत बाबा अजीत सिंह जी हंसाली वालों के वचनों का सदका चल रहे कार्य
1. निंरतर लड़ी के बारे मेंः ब्रह्मज्ञानी संत बाबा अजीत सिंह जी हंसाली वालों की प्रेरणा द्वारा इस स्थान पर 29 नवम्बर 1993 से श्री अखंड पाठ साहिब जी की निरंतर लड़ी चल रही है । लड़ी के श्री 101 श्री अख्ंाड पाठ साहिब जी के संपुर्ण होने पर बाबा जी के वचनों द्वारा देसी घी की जलेबियों का अटूट भण्डारा लगाया जाता है।
2. कार सेवा के महान कुम्भ के बारे मेंः सचखंड वासी ब्रह्मज्ञानी संत बाबा अजीत सिंह जी हंसाली वालों की अपार कृपा से सचखंड वासी बाबा हरबंस सिह जी कार सेवा दिल्ली वालों एवं समस्त संगत के सहयोग से गुरूद्वारा साहिब के 140 फीट लम्बाई, 110 फीट चौड़ाई, 127 फीट उचाई वाले आलिशान दरबार साहिब की सेवा गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से मुकम्मल करवाई जा चुकी है। गुम्बदों के उपर सोने के कलश चढ़ाने की सेवा करवाई गई है। इस समय गुरूद्वारा साहिब के पूरे गुम्बद के उपर सोना चढ़ाने की सेवा, अति आधुनिक वातानूकूलित यात्री निवास की कार सेवा चल रही है जी।
3. वृद्व स्वरूपों की सेवा संभालः इस स्थान पर श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के वद्वृ( स्वरूप, पोथियां, गुटका साहिब जी की सेवा संभाल और श्री गुरू गं्रथ साहिब जी के नए स्वरूप आप जाकर पहुंचाने की निष्काम सेवा निरंतर चल रही है जी।
4. चौपहरा समागमः इस स्थान पर हर रविवार को चौपहरा समागम का आयोजन दोपहर 12-4 बजे तक किया जाता है।
5. डेयरी फार्म के बारे मेंः इस स्थान पर धन धन अमर शहीद जत्थेदार बाबा हनुमान सिंह जी डेयरी फार्म है जिसमें 300 से ऊपर भैसें और अमेरिकन गाएं चल रहे दूध, चाय, लस्सी और खीर के अटूट लंगर में अपना योगदान डाल रही हैं।
6. इक साध बचन अटलाधाः बाबा जी ने 10 जून 2003 दसमी के दिन सायं 7ः30 बजे अनुभवी बचन किए हैं कि इस स्थान पर जो भी माई भाई श्र(ा पूर्वक, सच्चे मन से पाठ एवं वाहेगुरू सुमिरन ज्यादा से ज्यादा एक मन होकर करेगा, सिंह शहीद बाबा जी उसकी हर मनोकामना पूरी करेंगे जी।
7. डायगनोस्टिक सैंटररू इस स्थान पर धन धन अमर शहीद जत्थेदार बाबा हनूमान सिंह जी की याद में अति आधुनिक डायगनोस्टिक सैंटर स्थापित किया गया है। जिस में एम आर आई, एक्स-रे, सिटी सकेन, अलट्रासाऊँड, डैंटल विंग, आँखों के रोगों के माहिर संगत के लिए बहुत ही वाजिब रेटों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जी।
8. डिस्पैंसरी और रक्तदान कैम्पः इस स्थान पर धन धन अमर शहीद जत्थेदार बाबा हनूमान सिंह जी की याद में डिस्पैंसरी और कम्पयुटर राईजड लैबारट्री चल रही है । इस स्थान पर शहीद बाबा जी की याद में रक्तदान कैम्पों का आयोजन भी किया जाता है ।
9. कुशती दंगलः इस स्थान पर हर वर्ष श्री गुरू नानक देव जी महाराज जी के गुरूपर्व पर धन धन अमर शहीद जत्थेदार बाबा हनूमान सिंह जी यादगारी कुशती दंगल करवाए जाते है। जिसमें देश के नामी पहलवान कुशती के जौहर दिखाते हैं ।
10. गुप्तदानियों की सेवाएंः इस स्थान पर बाबा जी के सत्कार में दानी सज्जनों की तरफ से श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के सवारी साहिब के लिए 3 मारूती इको, मारूती वरसा, महिन्द्रा पिक अप, जाईलो, मराजो, क्वालिस, स्कारपियो एवं 2 अलीशान ए.सी. बसें भेंट की गईं है। इसके इलावा टाटा 207, टाटा 709, महिन्द्रा युटिलिटी, महिन्द्रा बलैरो, महिन्द्रा कैम्पर, महिन्द्रा मिटी ट्रक 3200, टाटा एल पी ट्रक, अशोका लेलेंड ट्रक, 2 ट्रैक्टर महिन्द्रा अर्जुन, 3 ट्रैक्टर स्वराज 724, 1 फोर्ड ट्रैक्टर, कई मोटर साईकल, बेअंत धन-सम्पदा, सोना आदि गुप्त रूप एवं प्रत़क्ष रूप में इस स्थान पर भेंट किए गए हैं।
11. शुरू होने वाली सेवाएंः बहुमंजिली आधुनिक पार्किग, गुरमति विद्यालय एवं लाइब्रेरी, पवित्र सरोवर साहिब का नवीनी करण, विशाल सिख अजायब घर की सेवाएं विचाराधीन हैं जी।

 

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