चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट के सहयोग से क्षमता निर्माण और नेतृत्व पर एक विशेष कार्यशाला का किया आयोजन
शिक्षा चंडीगढ़ की सबसे बड़ी ताकत, चंडीगढ़ को फिर से नंबर 1 पर लाने के लिए सभी को मिल कर करना होगा प्रयासःसतनाम सिंह संधू,चांसलर, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
मोहाली 1 सितंबर (गीता)। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) और चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट (सीडब्ल्यूटी) ने देश के भविष्यय युवाओं को आकार देने वाले प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के मिशन के साथ आज घड़ूआं परिसर में क्षमता निर्माण और नेतृत्व पर नई शिक्षा नीति (एनईपी) के मूलभूत स्तंभ को ध्यान में रखते हुए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का उद्देश्य चंडीगढ़ के स्कूलों के शैक्षिक अधिकारियों, शिक्षाविदों और शिक्षकों को स्कूल प्रबंधन और नेतृत्व को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कौशल और अंतर्दृष्टि से समृद्ध करना था। इस कार्यशाला में शहर के विभिन्न स्कूलों के 12 सरकारी अधिकारियों, प्रिंसिपलों और शिक्षकों ने भाग लिया। इस अवसर पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर और सीडब्ल्यूटी संस्थापक सतनाम सिंह संधूय चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइस चांसलर डॉ. मनप्रीत सिंह मन्ना, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के ई-गवर्नेंस निदेशक हरजोत सिंह गिल, ह्यूमनकैप के सीईओ सोफी जहूर तथा कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन दयाल कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की प्रोफेसरडॉ. रविंदर कौर इस विशेष कार्यशाला की संचालिका रही। उन्होंने बड़े ही प्रभावी एवं अभिनव ढंग से कार्यशाला को संचलित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत उद्घाटन सत्र से हुई। इसमें टीम बिल्डिंग और व्यवहार संबंधी पहलुओं, प्रभावी संचार और सॉफ्ट कौशल, नए युग में प्रतिभा प्रबंधन और स्कूल शिक्षा में अकादमिक नेतृत्व पैरामीटर और गुणवत्ता बेंचमार्क पर आधारित कई सत्र शामिल थे। कार्यशाला के दौरान विचार-मंथन सत्र ने उपस्थित लोगों के अनुभव को और भी बढ़ाया।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर और चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक सतनाम सिंह संधू ने चंडीगढ़ के स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा, “शिक्षा चंडीगढ़ शहर की सबसे बड़ी ताकत है, और शिक्षा प्रणाली में योगदान देना पूरे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी समुदाय के लिए सम्मान की बात है। उन्होनें कहा कि शिक्षक और शिक्षाविद छात्रों को बहुमूल्य ज्ञान और कौशल प्रदान करके उनके भविष्य को आकार देने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालाँकि, नियमित प्रशिक्षण और ज्ञान के बिना, छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना असंभव है। उन्होंने आगे कहा, “चंडीगढ़ ने हम सभी को बहुत कुछ दिया है और अब सिटी ब्यूटीफुल को वापस लौटने का हमारा समय आ गया है। चंडीगढ़ ने शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, लेकिन पिछले तीन सालों में इसकी रैंकिंग में थोड़ी सी गिरावट आई है। शीर्ष एवं उत्कृष्ट स्तर की सुविधाओं से सुसज्जित चंडीगढ़ शहर के कल्याण और विकास के लिए मिलकर काम करना चंडीगढ़ के प्रत्येक नागरिक की नैतिक और सामूहिक जिम्मेदारी है। इसलिए, शिक्षाविदों के साथ-साथ शहर के प्रत्येक व्यक्ति को चंडीगढ़ को बेहतरीन वैश्विक शहर बनाने के प्रयास में एकजुट होने की जरूरत है। सभी लोगों को चाहिए कि वे इस मिशन में सक्रिय रूप से भाग लें और चंडीगढ़ में सकारात्मक बदलाव लाएँ। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति ने चंडीगढ़ शहर को सभी क्षेत्रों, विशेषकर शिक्षा में नंबर 1 रैंक पर लाने के लिए एक टीम के रूप में काम करने पर सहमति व्यक्त की।