मोहाली 26 अक्तूबर (गीता)। शिक्षा के साथ-साथ खेल, अनुसंधान, सह-पाठ्यचर्या और पाठ्येतर गतिविधियाँ में सर्वश्रेष्टता की प्रतीक मानी जाने वाली चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) ने हाल ही में एक और अद्भुत उपलब्धि हासिल की है। हाल ही में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर, सतनाम सिंह संधू ने घोषणा की कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के नौ इंजीनियरिंग कार्यक्रमों को प्रतिष्ठित एक्रीडेशन बोर्ड फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी एबीईटी ने मान्यता दे दी है। जो भारत के किसी निजी यूनिवर्सिटी द्वारा एबीईटी मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों की संख्या में सबसे अधिक है।
एबीईटी जो इंजीनियरिंग और इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों का प्रमुख वैश्विक मान्यता संगठन है और व्यापक रूप से इस बात के प्रमाण के रूप में मान्यता प्राप्त है कि एक इंजीनियरिंग कार्यक्रम अपने तकनीकी पेशे द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा करता है। इस से छात्रों को कैरियर की संभावनाओं में काफी हद तक मदद मिलती है। इसे विश्व स्तर पर इंजीनियरिंग शिक्षा के लिए श्स्वर्ण मानकश् के रूप में भी मान्यता प्राप्त है जो यह दर्शाता है कि पाठ्यक्रम अपने स्नातकों को वैश्विक कार्यबल में काम करने के लिए तैयार करने में उच्चतम मानकों का पालन करता है। वर्तमान में भारत में 10 विश्वविद्यालयोंध्संस्थानों के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम (एबीईटी) से मान्यता प्राप्त हैं।
सीयू के नौ इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम – एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग), केमिकल इंजीनियरिंग (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग), सिविल इंजीनियरिंग (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग), कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग), इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग), इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग), मैकेनिकल इंजीनियरिंग (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग) और मेक्ट्रोनिक्स इंजीनियरिंग (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग) को प्रमुख मान्यता निकाय द्वारा मान्यता दी गई थी। एबीईटी मान्यता शिक्षण, सीखने और अनुसंधान में उत्कृष्टता तथा उच्च शिक्षा में नए मानक स्थापित करने के प्रति सीयू की निष्ठा का प्रमाण है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी भारत की एकमात्र निजी यूनिवर्सिटी है जिनके सर्वाधिक नौ पाठ्यक्रमों को एबीईटी द्वारा मान्यता प्राप्त है। जबकि देश में वर्त्तमान में 3500 इंजीनियरिंग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में से है जिन में से मात्र 10 यूनिवर्सिटियों को एबीईटी मान्यता प्राप्त है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा, “शैक्षणिक डिग्री – स्नातक, परास्नातक या शोध – प्रत्येक व्यक्ति की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, शायद यह उसके भविष्य के लिए किया गया सबसे बड़ा निवेश है। इसलिए, व्यक्ति जिस संस्थान से शिक्षा प्राप्त करता है, वह किसी व्यक्ति के करियर में बहुत महत्वपूर्ण होता है। एबीईटी-मान्यता प्राप्त संस्थानों से स्नातकों के पास एक मजबूत एवं सुदृढ़ शैक्षिक आधार है जो वैश्विक मानकों को पूरा करता है और रोजगार के अवसरों में वृद्धि करता है। वे नवाचार, उभरती प्रौद्योगिकियों का नेतृत्व कर सकते हैं और जनता के कल्याण और सुरक्षा आवश्यकताओं का अनुमान लगा कर कार्य भी कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने छात्रों के बीच शैक्षणिक उत्कृष्टता और समग्र विकास दोनों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सीयू में पाठ्यक्रम उद्योग विशेषज्ञों और अकादमिक नेताओं के विचारों ,अनुभवों और वास्तविक समय के आधार पर तैयार किया गया है जो अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक मानकों से मेल खाता है। सतनाम सिंह संधू ने यह भी उल्लेख किया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उन 45 विश्वविद्यालयों में से एक थी, जिन्होंने इस वर्ष क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में 771-780 रेंज में रैंकिंग करते हुए सूची में जगह बनाई।