मोहाली 3 दिसंबर (गीता)। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू), घड़ूआं में सेंटर फॉर ऑनलाइन एजुकेशन (सीओईडी) के पहले वार्षिक दीक्षांत समारोह 2023 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर टीएमटी सेक्टर लीडर और पीडब्ल्यूसी इंडिया के मुख्य डिजिटल अधिकारी मनप्रीत सिंह आहूजा मुख्य अतिथि तथा पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा के वाइस चांसलर प्रोफेसर राघवेंद्र पी. तिवारी सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए। दीक्षांत समारोह के दौरान कुल 950 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर (डॉ.) मनप्रीत सिंह मन्ना, प्रो वाइस-चांसलर अकादमिक अफेयर्स प्रोफेसर (डॉ.) वी. के. मित्तल, रजिस्ट्रार प्रो (डॉ.) वी.के. बंगा, सीओईडी के कार्यकारी निदेशक प्रो. (डॉ.) सुरेश सी. जोशी और ऑनलाइन एजुकेशन सेंटर के निदेशक डॉ. गुरप्रीत सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
टीएमटी सेक्टर लीडर और पीडब्ल्यूसी इंडिया के मुख्य डिजिटल अधिकारी मनप्रीत सिंह आहूजा ने कहा, “शिक्षा का मतलब केवल व्याख्यान, किताबें, केस स्टडीज को हल करना नहीं है, बल्कि शिक्षा अर्थ अनिश्चितताओं और चुनौतियों से निपटने के लिए सशक्त बनना है। शिक्षा की असली ताकत तभी सामने आती है जब उन चुनौतियों का सामना किया जाता है जिनके आसान समाधानों का अभाव होता है। जहाँ व्यक्ति में पिछले अनुभवों को चित्रित करने की क्षमता हो जो उसे किसी को स्थिति पर विचार करने और स्थिति से निपटने में सक्षम बनाती है। शिक्षा सीखने, समझने, अराजकता को दूर करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का आत्मविश्वास पैदा करती है। उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि “जैसे ही आप लोग अपनी डिग्रियों के साथ दुनिया में कदम रखेंगे, आपको इस तथ्य पर गर्व महसूस होगा कि, इस स्वर्णिम काल के दौरान भारत की सबसे भाग्यशाली पीढ़ी का हिस्सा हैं। कई अन्य देशों के विपरीत, भारत आपको युवा जनसांख्यिकीय के रूप में खोज करने और सार्थक प्रभाव डालने के वास्तविक अवसर प्रदान करता है। भारत ने हाल ही में अपनी अर्थव्यवस्था में 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का आंकड़ा पार करके एक नया कीर्तिमान हासिल किया है और आनेवाले कुछ वर्षों में इसके 40 ट्रिलियन हो जाने की उम्मीद है। इसके अलावा, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, जो दर्शाता है कि व्यापार का भविष्य नवाचार की एक मजबूत परत के साथ अंतर्निहित होगा। ऐसे गतिशील माहौल में, हमें ऐसे योग्य नेताओं, नवप्रवर्तकों की आवश्यकता है जो यथास्थिति को चुनौती देने में सक्षम हों।श्श्
मनप्रीत सिंह आहूजा ने कहा,“चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के स्नातक के रूप में, मशाल को आगे बढ़ाना और समाज, राष्ट्र और यूनिवर्सिटी पर सार्थक प्रभाव डालना आपकी जिम्मेदारी है। और यह तभी होगा मनप्रीत सिंह आहूजा ने ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने वाले 950 छात्रों को डिग्रियां प्रदान कीं, जिनमें 902 स्नातकोत्तर और 48 स्नातक शामिल हैं। समारोह में एमबीए के 494 और एमसीए के 273 विद्यार्थियों को डिग्रियां मिलीं।
दीक्षांत समारोह के दौरान एमएससी- डेटा साइंस के 45, एमबीए के 113, एमसीओएम के 20 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गई जबकि डिस्टेंस एजुकेशन के तहत एमबीए के 381, एमसीए के 273, एमए अंग्रेजी के 32, साइकोलॉजी के 26 और एमकॉम के 12 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गई। अंडर ग्रेजुएट श्रेणी में कुल 48 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गई। जिन में बीबीए के 23, बीकॉम के 10, बीए अंग्रेजी के 5, बीए पंजाबी के 7 तथा बीए हिंदी के 3 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गई। भारत के साथ-साथ संयुक्त अरब अमीरात से भी 2 छात्र शामिल है।
दीक्षांत समारोह में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को बधाई देते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, प्रो. (डॉ.) मनप्रीत सिंह मन्ना ने कहा, “आप में से प्रत्येक के लिए अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने का समय आ गया है। उन्होंने आगे कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का लक्ष्य छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करना है जिसे वह कई सालो से सफलतापूर्वक कर रही है। जिसका पता हाल ही में जारी क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 से लगाया जा सकता है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भारत के निजी विश्वविद्यालयों में पहला और सभी विश्वविद्यालयों में 11वां स्थान दिया गया है । एनआईआरएफ रैंकिंग 2024 में इसे सभी विश्वविद्यालयों में 27वां स्थान दिया गया था।