मोहाली 16 नवंबर (गीता)। लक्ष्मी नारायण मंदिर फेज 11 सेक्टर 65 एस ए एस नगर मोहाली ( पंजाब) में गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी छठ महापर्व धूमधाम से मनाया जाएगा । इस पावन पर्व का आयोजन श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर समिति के द्वारा करवाया जाएगा। छठ पूजा का पावन पर्व 17 नवंबर से शुरू हो रहा है। इस वर्ष छठ पूजा 19 नवंबर को होगी । इस दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। जबकि 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और इसी के साथ छठ पूजा का समापन व व्रत का पारण किया जाएगा। छठ पर्व की शुरुआत नहाए खाए के साथ होती है। इसके दूसरे दिन को खरणा कहते हैं, इस दिन व्रती को पूरे दिन व्रत रखना होगा और शाम को व्रती महिलाएं खीर का प्रसाद बनती है।
छठ पर्व मनाने वाले श्रद्वालुओं के मुताबिक छठ व्रत के तीसरे दिन भगवान सूर्य नारायण की पूजा की जाती है। इस दिन महिलाएं शाम के समय तालाब या नदी में जा कर सूर्य भगवान को जल देकर छठ पर्व का समापन किया जाता है। इस त्यौहार को सबसे ज्यादा बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मनाया जाता है । साथ ही इसे नेपाल में भी मनाया जाता है। इस त्यौहार को सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। छठ पूजा का पर्व संतान के लिए रखा जाता है, छठ में 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाता है। सनातन परंपरा में यह पावन व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक है। इस व्रत को रखने वाले व्यक्ति को निर्जल रहना पड़ता है । 11 फेस मोहाली में बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले सभी लोग/श्रद्वालु प्रत्येक वर्ष श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में इस पावन व्रत का उत्सव मनाते हैं। श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर समिति इस पावन पर्व में सभी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उत्तम व्यवस्था करती है । इस वर्ष भी मंदिर समिति ने तीन दिन पहले ही इस पावन पर्व को मनाने की तैयारी आरंभ कर ली है। छठ पर्व को मनाने के लिए मोहाली में बलौंगी, बडमाजरा, फेस-11, मोहाली गांव, जूझारनगर, सैक्टर -56 और सैक्टर-57 के अलावा जिस जगहों पर प्रवासी लोग ज्यादा रहते हैं वहां सूर्य को अर्घ्य देने के लिए घाट बनाए जाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं ।