मोहाली 22 नवंबर (गीता)। शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और विद्याथियों को सही दिशा देने के लिए पूरे भारत में निजी स्कूलों द्वारा किए गए प्रयासों और योगदान को स्वीकार करने के लिए, फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स एंड एसोसिएशन ऑफ पंजाब (एफएपी) 25 और 26 नवंबर को एफएपी राष्ट्रीय पुरस्कारों के तीसरे संस्करण की चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, घडूआं का परिसर में मेजबानी करेगा।
इस आयोजन की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए, दो दिवसीय पुरस्कार समारोह में माननीय केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ( एमओएस ), राजकुमार रंजन सिंह भाग लेंगे । पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल, किरण बेदी, पूर्व भारतीय क्रिकेटर नेहा तंवर, सेना के अनुभवी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) कंवल जीत सिंह ढिल्लों और अमरजीत कौर दलान, जो पंजाब राज्य शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) की शैक्षणिक और योजना शाखा की उप सचिव भी शामिल होंगे । इसके अलावा एफएपी के अध्यक्ष डॉ. जगजीत सिंह धूरी भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे।
एफएपी राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह उन स्कूलों, प्रधानाचार्यों, शिक्षकों और छात्रों के समर्पण और उत्कृष्टता का सम्मान करने में अत्यधिक महत्व रखता है जिन्होंने शिक्षा और समाज में असाधारण योगदान दिया है। एफएपी राष्ट्रीय पुरस्कार 2023 के दौरान, पूरे देश से योग्य उम्मीदवारों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ स्कूल पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ प्रिंसिपल पुरस्कार और छात्रों के लिए प्राइड ऑफ इंडिया पुरस्कार दिए जाएंगे। जबकि पुरस्कार मेधावी प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को स्कूलों और समुदाय में उनके योगदान के लिए मान्यता देंगे, यह उन स्कूलों को भी मान्यता देगा जिन्होंने शैक्षणिक, खेल और सांस्कृतिक क्षेत्रों में मेधावी उपलब्धियां हासिल की हैं। इसके अलावा, छात्रों को अकादमिक उत्कृष्टता के लिए भी पुरस्कार दिया जाएगा। एफएपी राष्ट्रीय पुरस्कार 2023 के बारे में बोलते हुए, एफएपी अध्यक्ष डॉ. जगजीत सिंह धुरी ने कहा कि निजी स्कूल हमारी शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके सामाजिक विकास और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।उन्होंने कहा “एफएपी अवार्ड्स 2023 का उद्देश्य उनके उल्लेखनीय योगदान को सम्मानित करना और स्वीकार करना है। इसके उद्घाटन संस्करण में, शीर्ष प्रदर्शन करने वाले स्कूलों, शिक्षकों और प्रिंसिपलों को पुरस्कार दिए गए, जिनमें से ज्यादातर पंजाब से थे। हालाँकि, पिछले साल दूसरे संस्करण से शुरू होकर, इन पुरस्कारों का दायरा देश भर में बढ़ गया और पूरे भारत से आवेदकों का स्वागत किया गया।
पुरस्कारों के बारे में विवरण देते हुए डॉ. धुरी ने कहा कि एफएपी पुरस्कार 2023 के दौरान कुल 1831 पुरस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने कहा, इस साल एफएपी पुरस्कारों के दौरान भारत के विभिन्न राज्यों के 762 शिक्षकों, 510 छात्रों और 342 प्रधानाचार्यों और 217 निजी स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा। स्कूलों, शिक्षकों और छात्रों के लिए पुरस्कार चार श्रेणियों में दिए जाएंगे, जबकि प्रधानाध्यापकों को छह श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाएंगे। जिन श्रेणियों के तहत पुरस्कार दिए जाएंगे वे हैं अकादमिक उपलब्धि पुरस्कार, खेल उपलब्धि पुरस्कार, सांस्कृतिक उपलब्धि पुरस्कार (संगीत, नृत्य, कला, रंगमंच), अद्वितीय अभ्यास पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और प्राचार्यों के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार।
इन पुरस्कारों के अलावा, इस वर्ष एफएपी शैक्षणिक, खेल और संस्कृति में उत्कृष्टता वाले छात्रों को मान्यता देने के लिए प्राइड ऑफ इंडिया अवार्ड्स की शुरुआत कर रहा है। पंजाब के 50 मेधावी छात्रों और अन्य भारतीय राज्यों के 50 छात्रों, जिन्होंने सीबीएसई, सीआईएससीई, आईबी या पीएसईबी बोर्ड में कक्षा 10 और 12 की परीक्षा (2022-23) में 98ः और उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं, को यह पुरस्कार दिया जाएगा। संस्कृति श्रेणी पुरस्कार उन छात्रों को दिए जाएंगे जिन्होंने एफएपी द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जीते थे और खेल पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर के वर्गीकृत खेलों और कार्यक्रमों में रैंक वाले छात्रों को दिए जाएंगे।