मोहाली 18 नवंबर (गीता)। गुरु गोबिंद सिंह जी का ज्योति जोत पर्व यहां के निकट सोहना गांव के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया गया। ज्योति ज्योत पर्व के संबंध में सुबह 9 बजे श्री सहज पाठ साहिब जी का भोग डाला गया। इसके बाद पूरे दिन धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में भाई गुरनाम के पंथक ढाडी जत्थे ने संगतों को सरबंसदानी धन धन श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के जीवन और 1708 ई. में ज्योति जोत के बारे में विस्तार से बताया। लुधियाना वालों की बीबी जसलीन कौर जी रागी जत्था ने अपने रस भिन्ने कीर्तन के माध्यम से भक्तों को दिव्य मंत्रों से मंत्रमुग्ध कर गुरु के साथ एकजुट करने का प्रयास किया। श्री आनंदपुर साहिब के शिरोमणि प्रचारक भाई संदीप सिंह जी ने अपने उपदेशों के माध्यम से संगतों को सरबंसदानी श्री गुरु गोबिंद जी द्वारा देश, समुदाय और धर्म के लिए सरबंस का बलिदान देकर खालसा पंथ बनाने की जानकारी दी। उन्होंने खंडे बाटे के अमृत की महिमा बताई और भक्तों को अमृत पीने और गुरु बनने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा शिरोमणि उपदेशक भाई हरजिंदर सिंह जी जवदी टकसाल वाले, भाई अमनप्रीत सिंह जी, भाई कुलदीप सिंह जी, माता सुंदर कौर जी सर्ब सेवा सोसायटी, भाई गुरसेवक सिंह जी, भगराणे वाले के कविश्री जत्था, सुखमनी सेवा सोसायटी की बीबी, भाई गुरविंदर सिंह की टीम के अलावा गुरुद्वारा सिंह शहीदां के भाई गुरुमीत सिंह, भाई इंद्रजीत सिंह, भाई जसवंत सिंह और भाई सुखविंदर सिंह की वर्तमान टीम ने पूरे दिन कथा, कीर्तन, कविशरी और गुरमति विचारों के माध्यम से संगतों को निहाल किया। इस मौके मरीजों की जांच विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा की गयी तथा दवा गुरूद्वारा प्रबंधन समिति द्वारा दी गयी, वहीं हजारों श्रद्धालुओं ने इस तीर्थ के पवित्र सरोवर में स्नान किया। गुरु का लंगर अटूट लगाया गया।