मोहाली 9 मई ( गीता ) । दूसरे पतिशाह श्री गुरु अंगद देव जी का प्रकाश पर्व यहां के नजदीकी गांव सोहना के ऐतिहासिक गुरुद्वारा सिंह शहीदां में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। प्रकाश पर्व की खुशी में सुबह 9ः00 बजे श्री सहज पाठ साहिब जी का भोग डाला गया, जिसके बाद दिन भर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस धार्मिक आयोजन में भाई कुलदीप सिंह जी के पंथक जत्थे ने संगत को श्री गुरु नानक देव जी द्वारा भाई लहना जी को गुरु पद का उपहार देकर गुरु अंगद देव जी बनाने के प्रसंग की जानकारी दी ।
भाई अमनदीप सिंह के जत्थे ने रस भजने कीर्तन से श्रद्धालुओं को दिव्य मंत्रोच्चारण में डुबोकर गुरु से जोड़ने का प्रयास किया। श्री आनंदपुर साहिब के शिरोमणि प्रचारक भाई संदीप सिंह ने संगतों को श्री गुरु अंगद देव जी द्वारा सुनाए गए धुर की बानी के 62 श्लोकों के बारे में विस्तार से बताया जो श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज में दर्ज हैं। इसके अलावा अकाल कविश्री जत्था, भाई परविंदर सिंह, बीबी गुरनूर कौर, भाई ओंकार सिंह, भाई गुरविंदर सिंह, सुखमनी सेवा सोसायटी की महिलाएं, भाई कुलतार सिंह, भाई नितिन सिंह, भाई गुरमीत सिंह, भाई इंद्रजीत सिंह, भाई सुखविंदर सिंह ने कथा, कीर्तन, कविशरी और गुरमति विचारों के माध्यम से पूरे दिन हरि जस सुनाकर संगतों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी जत्थों को सिरोपा देकर सम्मानित किया। इस दिन के उपलक्ष्य में दरबार साहिब जी को अंदर और बाहर सजाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने यहां के पवित्र तालाब में स्नान किया। श्रद्धालुओं /संगतों के लिए गुरु का अटूट लंगर लगाया गया। इस अवसर पर आयोजन समिति के प्रवक्ता ने बताया कि गुरुद्वारा सिंह शहीदां के प्रथम मुख्य ग्रंथी बाबा बलवंत सिंह जी की 39वीं जयंती आगामी तिथि 14 मई को बड़ी श्रद्धापूर्वक मनाई जायेगी। इस दिन धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्री दरबार साहिब अमृतसर के हजूरी रागी जत्था, अंतरराष्ट्रीय पंथक ढाडी जत्था और उच्च कोटि पंथ के प्रसिद्ध जत्थे शामिल होंगे।