पर्यावरण मंत्री मीत हेयर ने पर्यावरण को बचाने के लिए सभी को जागरूक करने पर जोर दिया यदि सिंचाई के लिए नहरी पानी के समुचित उपयोग पर बल दिया गया होता तो राज्य में भूजल की कोई कमी नहीं होती।

By Firmediac news Oct 9, 2023
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पर्यावरण मंत्री मीत हेयर ने पर्यावरण को बचाने के लिए सभी को जागरूक करने पर जोर दिया
यदि सिंचाई के लिए नहरी पानी के समुचित उपयोग पर बल दिया गया होता तो राज्य में भूजल की कोई कमी नहीं होती।
वायु को और अधिक प्रदूषित करने के लिए पराली न जलाने का आह्वान करें
भगत पूरन सिंह पर्यावरण संरक्षण सोसायटी द्वारा पर्यावरण के बारे में एक चर्चा में भाग लिया


मोहाली 9 अक्तूबर (गीता)। पंजाब के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण तथा जल संसाधन मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने समाज से पर्यावरण में निवेश करने का आह्वान किया और कहा कि यह पर्यावरण को बचाने का सही समय है ताकि हमारा भविष्य बचाया जा सके। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड, मोहाली के सभागार में भगत पूरन सिंह पर्यावरण संरक्षण सोसायटी द्वारा पर्यावरण पर आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए पर्यावरण मंत्री ने कहा कि हम बड़े पैमाने पर अपने प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहे हैं।
उन्होंने भूजल के दुरुपयोग का जीवंत उदाहरण देते हुए कहा कि अभी तक हम सिंचाई के लिए नहरी पानी का शत-प्रतिशत उपयोग नहीं कर पाए हैं, जिसके कारण हमारे 78 प्रतिशत ब्लॉक डार्क जोन में हैं। उन्होंने कहा कि पहले किसी ने सिंचाई के लिए नहरी पानी के उचित प्रयोग पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन भगवंत सिंह मान सरकार ने राज्य के हर कोने में सिंचाई के लिए नहरी पानी पहुंचाने का आश्वासन दिया है और हमने 24 प्रतिशत भूमिगत जल बचाया है। दूसरे राज्यों को पानी की एक बूंद भी नहीं देने के विपक्ष के बयानों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली किसी भी सरकार ने सिंचाई के लिए नहर के पानी को उसकी पूरी क्षमता से उपयोग करने के बारे में ईमानदारी से नहीं सोचा था और अगर उन्होंने ऐसा किया है। राज्य का भूजल स्तर गहराई तक नहीं जा रहा था। उन्होंने कहा कि वास्तव में पंजाब के पास अतिरिक्त पानी नहीं है क्योंकि डार्क जोन का मुद्दा हम सभी के लिए एक गंभीर समस्या बन कर उभर रहा है।
पंजाब के बिगड़ते पर्यावरण के प्रति भगत पूरन सिंह पर्यावरण संरक्षण सोसायटी की चिंता की सराहना करते हुए विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण मंत्री ने कहा कि आज हमारे सामने कई चुनौतियां खड़ी हैं। हरित आवरण तेजी से घट रहा है, जल स्तर दिन-ब-दिन कम हो रहा है, एकल उपयोग प्लास्टिक खतरा पैदा कर रहा है और निपटान के अन्य तरीकों से बचने के लिए पराली को जलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें प्रदूषित पर्यावरण से उत्पन्न होने वाली समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना होगा तथा विद्यार्थियों को जागरूक करना होगा। छात्र सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लेकर और दूसरों को भी इसका मार्गदर्शन देकर नई मिसाल कायम कर सकते हैं। इसी प्रकार हमें सिंचाई के लिए अधिक से अधिक नहरी पानी अपनाना चाहिए तथा प्रचुर मात्रा में पौधे लगाकर उनके बड़े होने तक उनका पालन-पोषण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए सरकारों से अधिक योगदान समाज कर सकता है। सरकारें अभियान चला सकती हैं लेकिन इसे सफल बनाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी युवा पीढ़ी को स्वच्छ हवा के साथ-साथ पेड़, पानी और पर्यावरण के महत्व के बारे में भी बताना चाहिए।
मंत्री मीत हेयर ने एसएएस नगर जिले के सरकारी स्कूलों की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में पहले तीन स्थान हासिल करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया। जिन विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया उनमें गुरलीन कौर, प्रिया शर्मा, अरमानप्रीत कौर, हर्षप्रीत कौर, रंजनदीप कौर शामिल थीं। प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और पैनलिस्ट, डॉ. प्यारा लाल गर्ग और श्रुति शुक्ला ने भी सभा को संबोधित किया और पर्यावरण के बारे में अपनी चिंताओं को साझा किया और इसे बचाने के लिए विभिन्न उपाय सुझाए।
सोसाइटी अध्यक्ष गुरमेल सिंह मोजोवाल ने कहा कि सोसायटी 17 वर्षों से इस क्षेत्र में पौधे लगाने के साथ-साथ लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए जागरूक करने की प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। इस अवसर पर पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरपर्सन डॉ. सतिंदर कौर बेदी, डॉ. प्यारा लाल गर्ग, श्रुति शुक्ला और थिएटर आर्टिस्ट अनोटा शब्दीश को भी सम्मानित किया गया। अन्यों के अलावा सोसायटी के सदस्य गुरमेल सिंह मोजोवाल, हरदेव सिंह कलेर, हरिंदरपाल सिंह हैरी, डॉ. धर्मपाल होशियारपुरी और अमरजीत कौर के अलावा इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के प्रांगण में पौधारोपण भी किया।

 

 

 

 

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