मोहाली 14 नवंबर (गीता)। बच्चे राष्ट्र के निर्माता हैं। स्कूल का उद्देश्य बच्चे को सर्वांगीण प्रशिक्षण देना है ताकि वह राष्ट्र के लिए संपत्ति बन सके। इसलिए स्कूल की भूमिका न केवल छात्रों को अकादमिक उत्कृष्टता प्रदान करना है, बल्कि अपने छात्रों को आजीवन सीखने वाला, आलोचनात्मक विचारक और समय-समय पर बदलते वैश्विक समाज के उत्पादक सदस्य बनने के लिए प्रेरित और सशक्त बनाना भी है। उपरोक्त विचार सैक्टर-69 मोहाली स्थित स्टार पब्लिक स्कूल की प्रिंसीपल वीना चौधरी नेे विशेष बातचीत में व्यक्त किए ।
प्रिंसीपल वीना चौधरी ने कहा कि 21वीं सदी में, डिजिटल क्रांति हम सभी को प्रभावित कर रही है, बच्चों की सेवा से अधिक सार्थक और महत्वपूर्ण कोई गतिविधि नहीं है और नवीनतम तकनीक के साथ सर्वोत्तम शिक्षा ही राष्ट्र की सेवा है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, सुधार करना है शिक्षा की गुणवत्ता, प्रत्येक छात्र पर व्यक्तिगत ध्यान देना, सभी कोणों से छात्रों का विकास करना, उन्हें नवीनतम तकनीक के साथ सभी आधुनिक सुविधाएं प्रदान करना और जाति या धर्म या जाति या धर्म के भेदभाव के बिना सभी को शिक्षा प्रदान करना, स्टार एजुकेशनल सोसाइटी अस्तित्व में आया और साल 1979-80 के पंजीकरण प्रमाणपत्र संख्या 1073 के माध्यम से शिक्षा का अलख जगा रहा है, उन्होंने कहा कि स्कूल कर्मचारियों, टीचिंग स्टाफ और प्रिंसिपल की कड़ी मेहनत से, स्कूल एक प्रसिद्ध संस्थान में से एक बन गया। छात्रों के लिए सभी नवीनतम सुविधाएं और नवीनतम शैक्षिक डिजिटल तकनीक में स्कूल ने न केवल अकादमियों के क्षेत्र में बल्कि अपनी सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में भी अपना नाम कमाया है । स्कूल मैनेजमेंट ने बताया कि सभी क्षेत्रों में 100 प्रतिशत और उत्कृष्ट परिणाम देने के लिए उनका स्कूल जाना जाता है। उन्होंने कहा कि डिजिटल तकनीक से सर्वोत्तम शिक्षा, अभिभावकों को न्यूनतम खर्च में अत्याधुनिक सुविधा के दम पर स्कूल को प्रतिष्ठा और लोकप्रियता मिली है।