पीएलपीबी पहली पीढ़ी के छात्रों के साथ बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस मनाता है

By Firmediac news Jun 14, 2023
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पीएलपीबी पहली पीढ़ी के छात्रों के साथ बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस मनाता है
सुनीता रनयाल और पलक देव के प्रयासों की सराहना की

मोहाली 13 जून (गीता)। न्यू ऐज रियल्टी डेवलपमेंट कंपनी पीएलपीबी ने वर्ल्ड डे अगेंस्ट चाइल्ड लेबर डे पर ट्राइसिटी के विद्यार्थियों से जुड़ने के लिए पहल की, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर इन बच्चो की आशाओं, सपनों और आकांक्षाओं का आकलन किया जा सके और उन्हें समझा जा सके।
इस अवसर पर, पीएलपीबी ने बच्चों को प्रेरणा लेने और बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करने के लिए प्रसिद्ध हस्तियों और कहानियों की किताबें भेंट कीं। कार्यक्रम के दौरान बच्चो से बातचीत करने और सुनने का एक सत्र भी आयोजित किया गया। पीएलपीबी के प्रबंधन टीम ने आज वर्ल्ड डे अगेंस्ट चाइल्ड लेबर के उपलक्ष में अपना समय इन योग्य और मासूम बच्चो के साथ बिताया जिनकी शिक्षा का कार्य श्री सुनीता रनयाल (जो की सेक्टर 7 चंडीगढ़ सीएल अग्रवाल डीएवी से रिटायर्ड प्रिंसिपल है) के द्वारा किया जा रहा है और सुश्री पलक देव उनके इस नेक काम में बखूबी अपना योगदान दे रही है। पीएलपीबी के अध्यक्ष संजीव सिंगला ने अपनी भावनाओं को साझा करते हुए कहा, ष्पीएलपीबी बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस के लिए समाज के साथ एकजुटता से खड़ा है और आज हम बच्चों के साथ समय बिताकर और उन्हें उपहार के रूप में किताबें एवं अन्य सामग्री देकर बेहद खुशी महसूस करते हैं। इन मासूम बच्चो के शिक्षा सम्बन्धी विकास के लिए इस तरह की पहल करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर बोलते हुए, पीएलपीबी के प्रबंध निदेशक, लोहित बंसल ने कहा, ष्हमारे राष्ट्र का भविष्य युवा पीढ़ी के साथ टिका है और हमें लगता है कि यह सुनिश्चित करना हमारे कर्तव्य है कि उन्हें सही रास्ता दिखाया जाए ताकि हमारा देश एक मजबूत देश बने। यह पहल जरूरतमंद बच्चो के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक कदम है। मेंटर्स सुनीता रनयाल और पलक देव ने भी इस पहल के लिए बातचीत करते हुए कहा, पीएलपीबी के प्रबंधन द्वारा उठाये गए इस कदम की हम सराहना करते है। उनके द्वारा किए गए इस तरह के अर्थपूर्ण और विचारशील कार्य उत्साहजनक है। हम उनकी बड़ी सफलता की कामना करते हैं और आशा करते हैं कि यह पहल बच्चो को प्रेरित करेगी। अधिकांश बच्चे पहली पीढ़ी के शिक्षार्थी हैं और उनका सपना सशस्त्र सेना में होना, एक पायलट बनना, एक शिक्षक बनना, नई तकनीकों का विकास करना, एक डॉक्टर और बहुत कुछ है। जिसके लिए हमारे समाज को आगे आना चाहिए और देश का भविष्य बेहतर बनाने में अपना योगदान देना चाहिए

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