बलौंगी के पूर्व सरपंच मक्खन सिंह का काम आज भी मक्खन जैसा गांव में सरपंची जाने के बाद आज भी लोगों की दिलों में जिंदा हैं मक्खन सिंह, सरपंच बनने की फिर कर रहे तैयारी कहा गांव के लोगों के लिए जीना-मरना और निःस्वार्थ भाव से करनी है सेवा

By Firmediac news Nov 15, 2023
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Firmedia C News Channel Team

बलौंगी के पूर्व सरपंच मक्खन सिंह का काम आज भी मक्खन जैसा
गांव में सरपंची जाने के बाद आज भी लोगों की दिलों में जिंदा हैं मक्खन सिंह, सरपंच बनने की फिर कर रहे तैयारी

कहा गांव के लोगों के लिए जीना-मरना और निःस्वार्थ भाव से करनी है सेवा

मोहाली 16 नवंबर (गीता)। एक समय वो था जब गांव बलाैंगी का नौजवान मक्खन सिंह जो कि आज से 15 साल पहले अपने जीवन की कहानी गांव के लोगों की सेवा एक इलेक्टरीकल मैकेनिक के तौर पर शुरू की और लोगों की सेवा करते करते वर्ष 2008 से लेकर 2013 तक सरपंची के तौर पर करने का मौका प्राप्त किया। गांव बलौंगी के पूर्व सरपंच एवम प्रसिद्व समाज सेवी मक्खन सिंह एक बार फिर सरपंच बनने की तैयारी में पूरी तरह से जुट गए हैं, क्योंकि यदि मक्खन सिंह की माने तो यह तैयारी उनकी नहीं बल्कि उनके अपने लोगों और गांव के लोगों की है जिनके कहने और प्यार सदका एक बार फिर गांव बलौंगी का सरंपच बन कर लोगों की और बढिया सेवा करने का मन बना लिया है। गौरतलब है कि पंजाब में सरपंची और ब्लॉक समिति मैंबर, जिला परिषद के चुनाव लगभग जनवरी-फरवरी 2024 में करवाए जाने की उम्मीद की जा रही है, जिसे लेकर भावी सरपंच चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं।
पूर्व सरपंच गांव बलौंगी मक्खन सिंह की माने तो वह पहली बार साल 2008 में गांव बलौंगी के सरपंच बने जिसमें गांव बलौंगी के प्रसिद्व समाज सेवी नंबरदार तिरलोचन सिंह हैं,उन्होंने भी अपने समय में बलौंगी के लिए दिन रात मेहनत करके विकास करवाया, यहीं कारण है कि उनके द्वारा किए गए समाज सेवा आज भी लोगों को याद हैं, और साल 2013 तक लोगों की हर तरह की सेवा निःस्वार्थ हो कर किया और यहां तक कि जेब में मोहर और लोगों के घर-घर जा कर उनके कार्य किए और विधवा पैंशन से लेकर बुढापा पैंशन, गांव बलौंगी और कालोनी बलौंगी सभी के लिए गांव की पंचायती पैसे से ही मेन सीवरेज डलवाया जिसका लाभ आज पूरा गांव बलौंगी और प्रवासी कालोनी के लोग उठा रहे हैं।
अपने संघर्ष और राजनीति सफर के बारें में जानकारी देते हुए पूर्व सरंपच मक्खन सिंह ने बताया कि पहले वह गांव में राजनीतिक पार्टियों के पंडाल आदि में बिजली लगाने, और घरों में लोगों के बिजली ठीक करने आदि काम करते थे और एक पंच बनने के बाद सरपंच तक पहुंचे, उसके बाद सरपंची चले जाने के बाद आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं और लगातार निःस्वार्थ हो कर लोगों की सेवा कर रहे हैं, एक सवाल के जवाब में मक्खन सिंह ने कहा कि पंजाब के मौजूदा सीएम भगवंत मान के कथ्न मुताबिक यदि एक गांव में एक ही पंचायत हो तो उसका विकास ज्यादा होगा और बलौंगी जैसे गांवों में प्रवासी कालोनियों का विकास बढिया तरीके से करवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज गांव में सापफ-सफाई, गांव की फिरनी वाली सडक के अलावा कई ऐसे काम है जिसे प्राथमिकता के आधार पर किए जाने की जरूरत है और इसके अलावा प्रवासी कालोनियों में मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करवाना उनका सर्वोविकास करवाना भी एक चुनौती भरा कार्य है। उन्होंने कहा कि गांव बलौंगी और बलौंगी कालोनी का विकास धर्म-जाति-पाति और राजनीति से उपर उठ करवाया जाएगा जिसके लिए अभी से ही रूप रेखा तैयार की जा रही है और गांव का मूलवासी होने के कारण इन कामों को करवाया उनके लिए कोई मुश्किल काम नहीं क्योंकि जब लोग सरपंच के साथ हो और लोगों का प्यार, साथ मिलता रहे तो संबंधित विभाग के अधिकारियों और सरकारों से काम करवाना कोई कठिन काम नहीं।

 

 

 

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