भगवान वाल्मीकि श्री रामतीर्थ ज्योति का मोहाली पहुंचने पर रामलीला कमेटियों ने किया जोरदार स्वागत
समाज को टूटने से बचाने के लिए अखंड ज्योत यात्रा का उठाया बीडा, श्री अमृतसर से शुरू चंडीगढ हुई समाप्त
मोहाली 13 अक्तूबर (गीता)। पी.टी.एल चौंक फेज 5 मोहाली में भगवान वाल्मीकि श्री रामतीर्थ ज्योति यात्रा का स्वागत रोमेश दत्त शर्मा ,चेयरमैन श्री गणेश महोत्सव कमेटी मोहाली एवं रामलीला कमेटियां, माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के अलावा अन्य समाज सेवी संस्थाओं ने अखंड ज्योत यात्रा का मोहाली पहुंचने पर भव्य स्वागत किया और इस मौके भगवान श्री राम और जय वाल्मिीक जी के जयकारों के जयघोष लगाए गए। इस मौके सभी गणमान्य व्यक्तियों और रामलीला कमेटियों के पदाधिकारियों का रोमेश दत्त एवम उनकी समूची टीम के द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके सनातन धर्म के सभी भगतजनांे ने पुष्प बर्षा भी किया।
इस मौके श्री गणेश महोत्सव कमेटी मोहाली के सरप्रस्त रोमेश दत्त ने कहा कि समाज को टूटने से बचाने के लिए अखंड ज्योति यात्रा का आयोजन किया गया है जिसे बडे ही श्रद्वा-भाव से गुरूओ-पीरों की पवितर धरती श्री अमृतसर से जहां भगवान श्री वालिमीक जी की तपस्थली है से लाया गया है और पूरे पंजाब में विभिन्न राम लीला कमेटियों को अखंड ज्योत प्रदान की गई है जिसे रामलीला कमेटियां अपनी रामलीला में पूरी मर्यादित तरीके से रखेगीं और भगवान वाल्मिकी जो याद करते हुए पूजा-पाठ भी किया जाएगा। इस मौके उनके साथ पुनीत शर्मा, रामेश वर्मा, जतिंदर वर्मा के अलावा श्री दुर्गा पूजा समिति शाहीमाजरा के सरप्रस्त दीपक विद टीम के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि पवित्र ज्योति लेने के लिए चंडीगढ़ और मोहाली से श्री मदनलाल आचार्य जी की अगुवाई मे टीम श्री रामतीर्थ अमृतसर से खरड़,बलोगी,होते हुए मोहाली पहुंची। भगवान वाल्मीकि जी की तपस्थली से ज्योति यात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज मे समरसता एवं जाति पाती की खाई को खत्म कर सभी का सनातन में सत्कार हो । ज्योति यात्रा आयोजकों ने बताया कि आदि सृष्टि कर्ता भगवान वाल्मीकि जी की कृपा से संतो महापुरुषों एवं सज्जन लोगों के चिन्तन में यह विचार आया कि प्रति वर्ष बहुत लम्बे समय से समाज में भगवान श्रीराम की लीलाओं का मंचन होता आ रहा है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जो सुंदर जीवन चरित्र है, जो हम सभी के लिए अनुकर्णीय भी है और यदि हम इसे जान पाये है, तो मात्र भगवान वाल्मीकि जी के कारण। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी ने ही हमें राम कथा श्री रामायण के रुप मे प्रदान की। ऐसा कहा जाता है कि श्री राम जी के जन्म के 10000 वर्ष पूर्व ही उन्होंने रामायण की रचना की। इस लिए भगवान राम की महिमा का मुख्य कारण भगवान वाल्मीकि जी ही है। इस लिए श्री राम भक्तों का यह पहला कर्तव्य बन जाता है कि वो भगवान वाल्मीकि जी के आशीर्वाद से ही श्री राम लीला मंचन का शुभारंभ करें। इसी श्रृंखला मे भगवान वाल्मीकि, श्री रामतीर्थ ज्योति यात्रा का संकल्प किया गया है। ताकि समाज में यह सुखद संदेश जाये कि भगवान वाल्मीकि जी एवं भगवान श्री राम की महिमा अभिन्न है। श्री रमेश दत्त शर्मा एवं श्री बृजमोहन जोशी ,सर्वसमाज समरस्ता समीति पंजाब ने सभी रामलीला कमेटियों का धन्यवाद किया और साथ में यह सुझाव भी दिया कि रामलीला मंचों से भगवान की लीला और सनातन संस्कृति का प्रवाह करें । मंच पर किसी किस्म का अशोभनीय मंचन न करे। इस मौके पर बाल किशन शर्मा, गुरबख्श सिंह,अनीता जोशी,शीशपाल, दिनेश चंदन, जतिंदर बंसल के अलाव अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।