मणिपुर की घटना अल्पसंख्यक वर्ग को डराने की साजिश हैः हरदीप कौर
दिशा अध्यक्ष ने पूछा आखिर क्यों विफल हो रही है लोकतांत्रिक व्यवस्था?
मोहाली 23 जुलाई (गीता)। भारत के आजाद देश में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाना, वीडियो बनाना और मानवी सभ्यता की सभ सीमाएं लांघना , देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करता है। ऐसा लगता है कि आज लोकतांत्रिक व्यवस्था भी चीख-चीख कर देश से पूछ रही है कि कानून कहां है? जनता द्वारा जनता के लिए बनाई गई सरकार कहां है? यह बात दिशा वूमेन वेलफेयर ट्रस्ट ( रजि ) की अध्यक्ष हरदीप कौर ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कही। दिशा प्रधान हरदीप कौर ने कहा कि मणिपुर की घटना के बाद धरती ही नहीं अम्बर भी रोया। मणिपुर में 5.01 तीव्रता का भूकंप आना इस बात का भी संकेत है कि प्रकृति इस घटना से कितनी क्रोधित है ।
हरदीप कौर ने कहा कि जग जननी महिला के साथ दरिंदगी से भरी इस घटना को अंजाम देना बेहद शर्मनाक है। जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है । उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे की साजिश साफ नजर आ रही है। हरदीप कौर ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि मौजूदा शक्तिशाली संचार तकनीक के बावजूद यह घटना इतने समय तक कैसे और क्यों छिपी रही? दिशा प्रधान ने कहा कि इस घटना से देश में एक वर्ग विशेष को डराने का खेल खेल कर सिर्फ एक संप्रदाय को बड़ा बनाने की कोशिश की गई है । पुलिस और प्रशासन का तमाशबीन बन कर तमाशा देखना भी कई सवाल खड़े करता है ।
गौरतलब कि मणिपुर की घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी को छोड़ कर सभी पार्टियों की ओर से बड़े बयान दिए गए हैं और सभी ने इसकी कड़ी निंदा की है । बड़े सवाल ये भी हैं कि आखिरकार रॉ, सीबीआई, सीडीआई और अन्य खुफिया एजेंसियां जो देश में होने वाली घटनाओं की पहले से जानकारी रखती हैं और पल-पल की जानकारी राज्य सरकारों तक पहुंचाती हैं , उन्होंने इस घटना की जानकारी प्रधानमंत्री की मेज तक क्यों नहीं पहुंचाई?