महिला पार्षद के पति पर 14 साल के बच्चे को पीटने का आरोप
बच्चे को अस्पताल में कराया भर्ती, रेहडी-फडी वालों ने भी लगाया 2000 रुपए महीना रिश्वत लेने का आरोप, पार्षद के पति आरोपों को नाकारा
मोहाली 13 जून (गीता)। फेस-6 की महिला पति पर रेहडी-पफडी लगाने वाले लोगों से रिश्वत लेने और एक बच्चे के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है और इस मामले को लेकर पीडित रेहडी -फडी वालों से मंगलवार को महिला पार्षद पति के खिलापफ नारेबाजी की और पार्षद पति के खिलाफ बनती कार्रवाही की मांग की है ।
गौरतलब है कि फेस-6 महिला पार्षद गुरप्रीत कौर के पति लखबीर सिंह पर कथित तौर पर आरोप है कि उन्होंने गत शाम को जब नगर निगम के अतिक्रमण हटाओं दस्ता आया तो पार्षद के पति लखबीर सिंह ने रेहडी-फडी वालों की रेहडी हटवाई और भेदभाव करते हुए कुछ लोगों की नहीं हटवाई । पीडित लोगों का कहना है कि पार्षद गुरप्रीत कौर के पति लखवीर सिंह से हल्की कहासुनी के बाद उन्होंने 14 वर्षीय लड़के अंकित के साथ मारपीट की। बच्चे के कान पर थप्पड मारा जिसके चलते वह सीविल असपताल में उपचाराधीन है और उसने लखवीर सिंह के खिलाफ थाने में शिकायत दी है । अंकित का आरोप है कि उसे लखवीर सिंह ने थप्पड़ मारा था जिससे उसे सुनने में दिक्कत हो रही है । वहीं लखवीर सिंह का कहना है कि उसके द्वारा किसी को नहीं पीटा गया बल्कि बच्चे को वहां से रेहडी हटाने को कहा गया ।
अंकित की मां दुर्गा देवी ने कहा कि वह सेक्टर 56 में रहती है और पेट्रोल पंप के सामने रहती है। दुर्गा देवी ने बताया कि अंकित एक फेरीवाले के यहां बर्गर खाने गया था और वहां उसकी कहासुनी हो गई। इसी बीच लखवीर सिंह, जो एक अन्य सीनियर सिटीजन के साथ था, वहां आया और बच्चे को थप्पड़ मार दिया, जिससे बच्चे को कान की समस्या हो रही है । बच्चे को फेस- 6 के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
इस मौके पर फेरीवालों ने पार्षद के पति पर फेरीवालों से हर महीने 2000 रुपये वसूलने का आरोप लगाया और अगर किसी फेरी वाले ने पैसे देने से मना कर दिया तो उनके फेरीवालों को हटवाया़ दिया जाता है । इस बारे में बात करने पर पार्षद गुरप्रीत कौर के पति लखवीर सिंह ने कहा कि इस बच्ची द्वारा उन पर लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं । उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से फेस- 76 के निवासी और वरिष्ठ नागरिक फेरीवालों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं और नगर निगम की मदद से फेरीवालों को यहां से हटा दिया गया है, इसलिए फेरीवालों को उनसे ज्यादा मुश्किल और बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं और फेरीवालों को हटाने का अभियान जारी रहेगा ।