Firmedia C News Channel Team
मोहाली 19 nov 2023 : मोहाली जिले के खल्लौर गांव में बनूड़-अंबाला रोड स्थित मात पिता गोधाम महातीर्थ में 20 नवंबर को गोपाष्टमी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस धार्मिक आयोजन में पंजाब के विभिन्न शहरों के अलावा चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली से भी बड़ी संख्या में संगत शामिल होगी। गोपाष्टमी कार्यक्रम की शुरुआत माता पिता गोधाम महातीर्थ में हवन यज्ञ से होगी। गोपाष्टमी समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शर्मन जैन स्वीट्स के मालिक बिपन जैन, एमबीए चाय वाला के संस्थापक प्रफुल्ल बिल्लोरे, आजाद रेडियो वाला के मालिक मनीष मुख्य अतिथि के रूप में पहुंच रहे हैं। जबकि सिरसा से अशोक गर्ग, राजपुरा से ज्ञान चंद लाडी और पंचकुला से प्रदीप गोयल विशेष अतिथि के रूप में भाग लेंगे।
501 देशी घी के दीपक
मात पिता गोधाम महा तीर्थ में गोपाष्टमी समारोह के दौरान भक्तों की तरफ से 501 देसी घी के दीपक जलाए जाएंगे। इस मौके पर नंदिनी माता का पूरा गौशाला तीर्थ क्षेत्र दिवाली की तरह जगमगा उठता है। मात पिता महातीर्थ मंदिर की खास बात यह है कि इसकी पहचान विश्व स्तर पर स्थापित हो चुकी है। वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक (लंदन) में माता पिता गोधाम महातीर्थ मंदिर को दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर होने का दर्जा दिया गया है, जिसके मंदिर में किसी भी भगवान की मूर्ति नहीं है, लेकिन यहां अपने माता – पिता को ज्योति स्वरूप में याद याद किया जाएगा।
माता-पिता के सम्मान में मंदिर
मात पिता गोधाम महातीर्थ के संस्थापक गोचर दास ज्ञान चंद वालिया ने कहा कि यह दुनिया का एकमात्र पहला मंदिर है जहां कोई मूर्ति स्थापित नहीं की गई है। मंदिर में कोई मूर्ति स्थापित नहीं होने का कारण यह है कि इस मंदिर में पहुंचकर हम अपने माता-पिता को भगवान की तरह याद करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। 20 नवंबर को गोपाष्टमी श्रद्धा पूर्वक मनाई जा रही है।
गौरतलब है कि, यह निर्माणाधीन ‘मात पिता मन्दिर’ विश्व का प्रथम और एकमात्र मंदिर होगा जिसमें किसी भगवान की मूर्ति नहीं होगी ।
ज्ञानचंद वालिया बताते हैं कि आप इस मंदिर में अपने माँ बाप को लाए और उनकी पूजा करें, अगर आपके माता पिता इस संसार में नहीं है तो उनकी स्मृति में आप उन्हें याद करें एवं उनका आशीर्वाद प्राप्त करें । इसके पीछे का मूल उद्देश्य यही है कि सम्पूर्ण विश्व से वृद्धा आश्रम,ओल्ड एज होम्स बंद हो जाए । सभी बच्चे अपने माता पिता के घर रहे ,अगर बच्चे अपनी नौकरी या काम से घर से बाहर भी रहते है तो उनका नियमित ध्यान रखें उनका आदर करे सत्कार करे, उन्हें प्यार दे, थोड़ा समय दे, मिल के न सही तो फोन पर ही नियमित संपर्क में रहे।