कहा, खामियों को दूर करने के लिए नगर निगम फंड की कमी से जूझ रहा
मोहाली 26 जुलाई (गीता)। मोहाली के मेयर अमरजीत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को व्यक्तिगत रूप से गमाडा के मुख्य प्रशासक को एक पत्र सौंप कर शहर की प्राकृतिक और पुरानी जल निकासी प्रणाली को बहाल करने के लिए 50 करोड़ रुपये का राहत कोष तुरंत जारी करने की मांग की है। सिद्धू ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, पुरानी प्राकृतिक जल निकासी व्यवस्था में पैदा हुई बाधाएँ सभी समस्याओं की जड़ हैं और इन बाधाओं को दूर करने के लिए गमाडा से अतिरिक्त धनराशि की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुई बारिश के कारण नगर निगम द्वारा कराये गये कई विकास कार्यों को नुकसान पहुंचा है ।
मेयर ने कहा कि इस बरसात के मौसम में मोहाली के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है, जो अपने आप में दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, श्श्मैं एक-दूसरे पर दोषारोपण के खेल में विश्वास नहीं करता लेकिन जरूरी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने के लिए नगर निगम, गमाडा और संबंधित सरकारी विभागों के संयुक्त प्रयासों की जरूरत है । सिद्धू ने मोहाली के निवासियों को आश्वासन दिया कि अगले साल से जलभराव की कोई समस्या नहीं होगी और वे बिना किसी परेशानी के बरसात के मौसम का आनंद लेंगे।
मेयर ने कहा कि 2020 में हुए समझौते के मुताबिक, गमाडा शहर में नगर निगम द्वारा किए जाने वाले किसी भी विकास कार्य की लागत का 25 प्रतिशत भुगतान करने के लिए बाध्य है। इस संदर्भ में, उन्होंने गमाडा को एक अलग पत्र भी लिखा है जिसमें गमाडा को बकाया 44.75 करोड़ रुपये का तुरंत भुगतान करने की मांग की गई है क्योंकि नगर निगम को मोहाली में चल रहे विकास कार्यों को पूरा करने के लिए इन फंडों की तत्काल आवश्यकता है। मेयर ने कहा कि गमाडा के मुख्य प्रशासक गमाडा ने उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।