मोहाली 24 अक्तूबर (गीता)। श्री रामलीला एवं दशहरा कमेटी फेज-1 की दशहरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कमेटी की और से पिछले 11 दिनों से चल रही रामलीला के अंतिम दिन राम और रावण युद्ध के बाद रावण वध हुआ इसी के साथ विजयदशमी का पर्व यानी बुराई पर अच्छाई की जीत का यह त्यौहार मनाया गया। फेज-1 के रामलीला मैदान में रावण का विशालकाय 36 फीट का पुतला दहन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर मोहाली के विधायक कुलवंत सिंह भी मौजूद रहे। जहां उन्होंने कमेटी के कलाकारों को उनके द्वारा दी गई प्रस्तुति को सराहा।
श्री रामचंद्र जी ने रावण की नाभी के कलश को तीर से भेदा। इसके बाद देखते ही देखते अहंकारी रावण का कुनबा भस्म होता चला गया। रावण दहन के दौरान लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों की भीड़ से दशहरा मैदान भरा हुआ था। विदेशी सैलानियों ने भी इस लोक उत्सव के भव्य आयोजन को करीब से देखा और खूब सराहा। 30 मिनट में आतिशबाजी धमाकों के साथ रावण का कुनबा खाक होकर धराशाही हो गया। रंगमंच पर करीब दो घंटे रंगीन आतिशबाजी हुई। लोगों ने इन यादगार पलों को केमरों में भी कैद किए और कई लोगों ने रावण के साथ सेल्फी भी ली।
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कमेटी के प्रधान आशु सूद ने बताया कि पुतलों के परिधान के रंगों में बदलाव किया गया था। रंगीन आतिशबाजी के नजारों के साथ अहंकारी रावण का कुनबा दहन हुआ। दहन के दौरान दर्शको को किसी तरह से कोई व्यवधान न पहुँच इसके लिए रावण कुनबे के आसपास बेरिकेट्स लगाए। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहे। उन्होंने बताया कि पिछले सालों की तुलना में इस साल रावण दहन कार्यक्रम में दर्शक ज्यादा रोमांचित हुए। हर साल 2 से 4 मिनट में जल कर खत्म हो जाने वाले रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों ने इस साल जलने में उस से ज्यादा समय लिया। दहन के बाद होने वाली आतिशबाजी ने भी काफी देर तक दर्शकों को बांधे रखा। इस दौरान कमेटी के उपप्रधान प्रतीक कपूर, महासचिव कमल शर्मा, संयुक्त सचिव संदीप राणा, प्रेस सचिव प्रिंस मिश्रा, खजांची उपेंद्र सोडी और कार्यकारी सदस्यों में विक्रमजीत सिंह, सिकंदर, गौरव, आदित्य और अन्य मौजूद रहे।