मोहाली 27 अप्रैल ( गीता ) । रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के अफ्रीकी छात्र संघ द्वारा उद्यमी कौशल विकास – अफ्रीका की क्षमता को अनलॉक करना पर थ्राइव फ्यूचर शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा ने युवा दिमाग में उद्यमशीलता कौशल विकसित करने के लिए समय की आवश्यकता को महसूस करते हुए इस अवधारणा की सराहना की ताकि वे अधिक रोजगार पैदा कर सकें।
इस दौरान कुलपति डॉ. परविंदर सिंह ने कहा कि उद्यमिता का विकास कई प्रमुख अवधारणाओं से जुड़ा है। इनमें आविष्कारशील, अभिनव, जोखिम लेने वाला और टिकाऊ होना शामिल है। उद्यमियों के सफल होने के लिए इनमें से प्रत्येक अवधारणा को समझना आवश्यक है। एक व्यावसायिक विचार खोजना, उद्यम के लिए एक योजना बनाना, धन प्राप्त करना और व्यवसाय का विस्तार करना उद्यमिता का हिस्सा है। डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. सिमरजीत कौर ने कहा कि थ्राइव समिट उद्यमिता और नवाचार के क्षेत्र में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक आदर्श इंटरैक्टिव मंच है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक प्रतिस्पर्धी कारोबारी माहौल में उद्यमियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए इन चुनौतियों को समझकर पेशेवरों को उनसे निपटने के लिए तैयार किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्य वक्ताओं में अकेच एम कामिच, उद्यमी और अध्यक्ष दक्षिण-सूडान छात्र संघ, प्रोफेसर कार्ल ओशोदी, आईएसआईबीओआर, सीईओ, एआई-ग्रुप इंक शामिल थे। होल्डिंग्स (रवांडा), और जूलियस बी। पेरेटोमॉड के अग्रदूतध्संस्थापक शामिल हैं। फ्लेम्स अफ्रीका, एमबी। टेगा ओसामा, इवोवोस के युवा राजदूत-सीईओ, एएमजे श्टिचिस (यूके), विजडम अघोगोविया, संस्थापक क्रिप्टो एजुकेशन फॉर अफ्रीका (नाइजीरिया), कूल, मोना लिसा और अफ्रीकी देशों के कई विशेषज्ञ ऑनलाइन शामिल हुए। उन्होंने व्यवसाय की सफलता का मंत्र साझा किया, उद्यमिता और आर्थिक विकास और एक सफल और टिकाऊ व्यवसाय बनाने के लिए सही मानसिकता और दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। इस बीच, उद्यमिता से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर पैनल चर्चा के तीन सत्र आयोजित किए गए जहां प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। आयोजन की सफलता के लिए जूलियस, रेनी और शिगाम्बे गाजी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।