मोहाली 18 अप्रैल ( गीता ) । रयात बाहरा यूनिवर्सिटी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बायोमेडिकल प्रयोगशाला विज्ञान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के पैरासिटोलॉजी विभाग के पूर्व डीन-सह-प्रमुख डॉ. ने किया। राकेश सहगल द्वारा किया गया, जो वर्तमान में अरुपदाई वीदु, मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में माइक्रोबायोलॉजी के डीन और प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह उत्साहजनक है कि रयात बाहरा यूनिवर्सिटी का स्कूल ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए न केवल राष्ट्रीय कार्यक्रम बल्कि अंतर्राष्ट्रीय दिवस भी मनाने का इच्छुक है। डॉ. राकेश सहगल ने कहा कि बायोमेडिकल प्रयोगशाला तकनीशियन और वैज्ञानिक प्रभावी रोगी देखभाल के लिए आवश्यक सटीक और विश्वसनीय प्रयोगशाला परीक्षण सेवाएं प्रदान करने के लिए परिश्रमपूर्वक काम करके स्वास्थ्य देखभाल में गुणवत्ता और रोगी सुरक्षा में अपरिहार्य योगदान देते हैं। रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और कहा कि बायोमेडिकल प्रयोगशाला तकनीशियन और वैज्ञानिक वास्तव में स्वास्थ्य देखभाल में गुणवत्ता और रोगी सुरक्षा के संरक्षक हैं। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला तकनीशियन निदान प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, सटीक और विश्वसनीय प्रयोगशाला परिणाम प्रदान करते हैं जो रोगों के निदान, उपचार और निगरानी में सहायता करते हैं। यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज के डीन डॉ. पंकज कौल ने कहा कि इस कार्यक्रम में 150 से अधिक छात्रों और फैकिल्टी सदस्यों ने भाग लिया।
इस अवसर पर आरबीयू के कुलपति डॉ. परविंदर सिंह, अकादमिक डीन डॉ. सतीश बंसल, डॉ. ललित के गुप्ता और एसोसिएट डीन डॉ. एस. कोली भी उपस्थित थे। केएस राणा, एसोसिएट प्रोफेसर सह यूनिट प्रमुख, मेडिकल लेबोरेटरी साइंस ने कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके समर्थन के लिए सभी को धन्यवाद दिया।