मोहाली 2 जून (गीता)। राजीव कुमार गुप्ता, मुख्य प्रशासक गमाडा ने आने वाले दिनों में गमाडा के इंजीनियरिंग विंग द्वारा किए जा रहे कार्यों का जायजा लेने के लिए शैक्षिक आधार पर विभिन्न स्थलों का दौरा करने का निर्णय लिया है। विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए आज इंजीनियरिंग विंग के साथ हुई बैठक में उन्होंने अधिकारियों से चल रहे सभी कार्यों को समय पर पूरा करने को कहा।
बैठक के दौरान मुख्य प्रशासक को इंजीनियरिंग विंग द्वारा एयरोसिटी में किए जा रहे 15 एमएलडी क्षमता के मुख्य पम्पिंग स्टेशन, 10 एमएलडी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट व 5 एमएलडी क्षमता के तृतीयक ट्रीटमेंट प्लांट के डिजाइन व निर्माण कार्य की जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि यह काम लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो चुका है और इस महीने के अंत तक इसके पूरा होने की उम्मीद है। इंजीनियरों की टीम ने आगे बताया कि सेक्टर 83 में मौजूदा 10 एमजीडी एसटीपी को 15 एमजीडी क्षमता में अपग्रेड करने का काम भी चल रहा है और पूरा होने की निर्धारित तिथि 30 सितंबर है।
उपरोक्त के अलावा, बैठक के दौरान सड़क निर्माण और कुछ मौजूदा सड़कों के चैड़ीकरण के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने मुख्य प्रशासक को विभिन्न सड़कों के चल रहे निर्माण कार्यों के अलावा इसी तरह के कार्यों की स्थिति से अवगत कराया जो निविदा प्रक्रिया के तहत थे। श्री गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों को टेंडर प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया और कहा कि चल रहे निर्माण कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करें ताकि सड़क नेटवर्क को और मजबूत किया जा सके।
बैठक में सेक्टर 83 एसटीपी से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में टर्शियरी ट्रीटेड वाटर सप्लाई पाइप लाइन बिछाने, खेल स्टेडियमों के संचालन एवं रखरखाव, आईटी सिटी व अन्य क्षेत्रों में वृक्षारोपण आदि सहित अन्य मुद्दों पर प्रमुखता से चर्चा की गई. मुख्य प्रशासक ने बागवानी विंग को विशेष रूप से सभी परियोजनाओं में हरियाली को अधिकतम करने का निर्देश दिया ताकि निवासी हरे-भरे वातावरण का आनंद ले सकें। गुप्ता ने कहा कि गमाडा अपने अधिकार क्षेत्र के विकास के लिए लगातार काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य न केवल सड़कों का निर्माण करना है बल्कि विभिन्न परियोजनाओं के निवासियों को बेहतर जीवन शैली प्रदान करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करना भी है। मुख्य प्रशासक ने कहा कि वे भविष्य में परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने के लिए स्थलों का दौरा करेंगे और यदि कार्यों में कोई बाधा आती है तो इंजीनियरिंग विंग से चर्चा कर जल्द से जल्द समस्याओं को हल करने का प्रयास करेंगे, ताकि प्रगति पर कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जा सकता है।