श्रीमद भागवद कथा ज्ञान यज्ञ में हर्षो उल्लास से मनाया गया श्री कृष्ण जन्मोत्सव कथा वाचक आचार्य इन्द्रमणि त्रिपाठी मनी भैया ने बताया श्रीमद भागवद का महत्व

By Firmediac news Nov 20, 2023
Spread the love

 

Firmedia C News Channel Team

मोहाली 20 नवंबर। मोहाली के फेस-4 स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर की भव्य धर्मशाला में श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कथा के तीसरे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बडे ही उत्साहपूर्वक एवम हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया।
श्री मद भागवत कथा में आए दिन श्रद्वालुओं की भारी भीड1 उमड रही है और दूसरी ओर कथा वाचक आचार्य इन्द्रमणि त्रिपाठी मनी भैया अयोध्या वाले आई संगत को अपने धार्मिक कार्यक्रम और श्रीमद भागवत कथा के ज्ञान गंगा से खूब निहाल कर रहे हैं और तरह तरह की भजनों से श्रद्वालुओं को झूमने पर मजूर किया जा रहा है । गौरतलब है कि श्रीमद भागवत कथा का आयोजन श्री गर्ग परिवार की ओर से किया जा रहा है जिसका मकसद यह भी है कि जो लोग कई बार चाह कर भी श्रीमद भागवत कथा का आयोजन नहीं करवा पाते हैं और कारणवश रह जाते हैं उनके परिवार की ओर से मंदिर की भव्य धर्मशाला में आयोजित की जा रही है, ताकि वह लोग भी इस कथा का आनंद ले सके और अपने पूर्वजों का कल्याण कर सके। आयोजकों ने बताया कि श्रीमद्भगवद्गीता कथाज्ञान यज्ञ का आयोजन श्री केवल कृष्ण गर्ग द्बारा अपनी स्वर्गीय धर्मपत्नी श्रीमती शशि गर्ग की पुण्य स्मृति पर परमपूज्य आचार्य श्री इन्द्रमणी जी महाराज, अयोध्या धाम के मुखारबिंद से प्रतिदिन सांय 3.00 बजे से 6.00 बजे तक श्री सनातन धर्म मंदिर, फेस 4 मोहाली में चल रही व्यास जी द्बारा भगवान श्रीकृष्ण के जन्म से पहले का वृत्तांत सुनाते हुए विधुर नीति,चाणक्य नीति के साथ साथ कृष्ण नीति का वर्णन किया, जिसमें विपत्तियों से टक्कराने की जगह समय को टालते रहना, जिससे विपत्ति अपने आप कमजोर हो जाती है और बलवान समय विपत्ति को खत्म कर देता है, इस नीति से ही हम श्रीकृष्ण को 16 कलां संपूर्ण भगवान श्रीकृष्ण मानते हैं । भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण मां यशोदा से हुआ और कथा पंडाल में खुशी से नाच कर भगतों ने उत्सव मनाया महिलाओं और पुरुषों ने भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप के दर्शन कर आनंद की अनुभूति की। इसके अलावा कथा में आए श्रद्वालुओं के लिए अटूट भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है, जो कि श्रीमद भागवत कथा के समापन मौके विशाल महा आरती के बाद आयोजित किया जा रहा है ।

 

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *