मोहाली 1 दिसंबर (गीता)। चडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज (सीजीसी), लांडरां के प्रोफेसर डॉ. कपिल मेहता द्वारा की गई इम्पैक्ट इनोवेशन स्टडी के लिए उन्हें आईआईटी दिल्ली में आयोजित न्यू कोड ऑफ एजुकेशन समिट 2023 में आवार्ड से सम्मानति किया गया। प्रोफेसर मेहता की स्टडी को कुल 100 में से शॉर्टलिस्ट किया गया था और यह 8 में से एक थी, जिन्हें यह आवार्ड दिया गया। उन्होंने कार्यक्रम में उच्च शिक्षा संस्थानों की अगली पीढ़ी के निर्माण में न्यू ऐजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) के प्रभाव विषय पर एक पैनल चर्चा में पैनलिस्ट के रुप में अपने विचार भी साझा किए।
उनकी केस स्टडी का टाइटल नोवेल डिजिटल प्रेक्टिस फोर इनोवेटिंग द फयूचर ऑफ एजुकेशन था, जिसका ऑबजैक्टिव रिमोट लर्निंग के मुख्य उद्देश्य को उजागर करना था और विशेष रूप से यह दर्शाना था कि यह उच्च शिक्षा के लिए व्यापक और विस्तरित अवसर प्रदान करने के लिए एक प्रभावी विकल्प कैसे हो सकती है। डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे, चेयरमैन, नैशनल एजुकेशन टेक्नोलोजी फोरम और फॉर्मर चेयरमैन एआईसीटीई, डॉ. आर.एस. शर्मा, एक्स सीईओ, नैशनल हैल्थ ओथोरिटी, एक्स चेयरमैन, ट्राई (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) और फॉर्मर मिशन डायरेक्टर ऑफ यूआईडीआई, और श्री निर्मल सिंह, फोउंडर और सीईओ वीबॉक्स ने प्रोफेसर मेहता को इस अवार्ड से सम्मानित किया। सीजीसी लांडरां के चेयरमैन सतनाम सिंह संधू और सीजीसी लांडरां के प्रैजिडेंट, रशपाल सिंह धालीवाल ने प्रोफेसर मेहता को इस उपलब्धि पर बधाई दी और पूरे सीजीसी परिवार को गौरवान्वित करने के लिए उनकी सराहना की। यह कार्यक्रम वीबॉक्स द्वारा गूगल के साथ पार्टनरशिप में आयोजित किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में हाइअर एजुकेशन पोफेशनल्स (उच्च शिक्षा प्रोफेशनल्स) की उत्कृष्ट उपलब्धियों को मान्यता देना था, जो शिक्षा के भविष्य के लिए डिजिटल सर्वोत्तम प्रथाओं को चलाने में लगे हुए हैं।