मोहाली 12 अक्तूबर (गीता)। सीसीटी-सीजीसी के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटैक्नोलोजी ने चंडीगढ़ टैªफिक पुलिस और आइवीवाय होस्पिटल के साथ मिलकर एक वर्कशॉप का आयोजन किया जिसका उद्देश्य छात्रों को टैªफिक रुल्स और रेगुलेशन और ड्रग एब्यूज प्रिवेंशन के बारे में जागरुक करना था।
वर्कशॉप में चंडीगढ़ टैªफिक पुलिस की टीम के सदस्य एसआई भुपिंदर सिंह, एएसआई राजिंदर सिंह, सीनियर कॉन्सटेबल राजीव शर्मा ने रोड सेफटी अवेयरनेस पर सेशन का संचालन किया। उन्होंने दर्शकों को सभी सड़क सुरक्षा उपायों के बारे में बताया, जिसमें सेफ ड्राइविंग भी शामिल थी।उन्होंने प्रतिभागियों को हेल्मट पहनना कितना आवयश्यक इसके बारे में वीडियों और प्रेजेंटेशन के माध्यम से समझाया। उन्होंने सभी को विशेष रुप से आईएसआई मार्क के माध्यम से एक अच्छे हेलमेट की पहचान करने और उसी का इस्तेमाल करने के बारे में भी सुझाव दिए। उन्होंने यह भी दिखाया कि कैसे चार पहिया वाहन में आगे और पीछे बैठे यात्रियों द्वारा सीट बेल्ट पहनने से, अकस्मात् दुर्घटना होने पर सभी यात्रिओं के जीवन की सुरक्षा हो सकती है। इसके अलावा छात्रों और फैकल्टी मेंबर्स को सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों के लिए एक अच्छा व्यक्ति (गुड समैरिटन) होने की अवधारणा, सड़कों और राजमार्गों पर विभिन्न चिन्हों के मतलब, नशे में गाड़ी चलाने से बचने, अनावश्यक हॉर्न बजाने से बचने, सड़क पर जल्दबाजी और लापरवाही से बचने के बारे में भी जागरुक किया गया, जो कि एक्सिडेंट्स होने के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है। इस सेशन का समापन छात्रों द्वारा अपनी और अन्य सड़क पर चल रही सवारियों की सुरक्षा के लिए यातायात नियमों का पालन करने की शपथ लेने के साथ हुआ।
आइवी हॉस्पिटल की डॉ विभा गोयल (मनोरोग) एमबीबीएस, एमडी ने ड्रग एब्यूज प्रिवेंशन पर सेशन का संचालन किया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और किसी भी इंसान के समग्र कल्याण से इसके संबंध के बारे में बताया। उन्होंने युवाओं में मादक द्रव्यों के सेवन के मुद्दों और उनके पीछे के कारण पर भी बात की। उन्होंने उनसे मादक द्रव्यों के सेवन, शराब और धूम्रपान से दूर रहने का आग्रह किया और जोर देकर कहा कि यह हानिकारक है और प्रचलित दोषपूर्ण धारणा के अनुसार तनाव से निपटने का साधन बिल्कुल नहीं है। उन्होंने सभी को एक अच्छी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने हुए अपने परिवार के साथ समय बिताकर और कोई हॉबी विकसित करके अपने मानसिक भलाई को प्राथमिकता देने के लिए कहा। उन्होंने नशामुक्ति कार्यक्रमों, परामर्श और रिहैबीलेशन सेवाओं के बारे में भी बात की। इस सत्र के बाद, थीम को ध्यान में रखते हुए करवाए गए डिपार्टमेंटल प्रतियोगिताओं जैसे पोस्टर मेकिंग, कोलाज मेकिंग और क्विज के विजेताओं को, वहां उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा ट्राफियां प्रदान की गयीं। तत्पश्चात, माननीय अतिथियों का अभिनंदन किया गया और धन्यवाद ज्ञापन के साथ वर्कशॉप का समापान हुआ।