सीजीसी लांडरां में इमोशनल संतुलन और वर्क लाइफ बैलेंस पर एफडीपी का आयोजन

By Firmediac news Jul 11, 2023
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सीजीसी लांडरां में इमोशनल संतुलन और वर्क लाइफ बैलेंस पर एफडीपी का आयोजन

सीजीसी लांडरां के चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ होस्पिटैलिटी (सीसीएच) ने भ्रमा फाउंडेशन के सहयोग से कैंपस में फैक्लटी मेंबर्स के लिए एमोशनल संतुलन के लिए तीन दिवसीय एफडीपी का आयोजन किया । 25 से ज्यादा प्रतिभागियों ने प्रोग्राम में भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को उपयुक्त तकनीकों और लाइफस्टाईल टिप्स से सुसज्जित करना था जिससे उन्हें स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए एक अच्छा वर्क लाइफ बैलेंस बनाए रखने में मदद मिले। सीजीसी का सीसीएच लगातार अपने छात्रांे तथा फैकल्टी मेंबर्स के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता आ रहा है। सीजीसी लांडरां के सीसीएच के डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ. राजीव आर मिश्रा ने कहा, ” इन सत्रों को आयोजित करने के पीछे का उद्देश्य हमारे शिक्षकों को अधिक उत्पादक बनने और उनकी भावनाओं के साथ तालमेल बिठाने में मदद करना है, जो तनाव को  मैनेज करने में बहुत सहायक होता है। अच्छा वर्क लाइफ बैलेंस और इमोशनल क्वोशेंट शिक्षकों को छात्रों के साथ भी और प्रभावी ढंग से ताल मेल बनाये रखने में सहायता करता है।

भ्रमा फाउंडेशन के फाउंडर सतिंदर पाल सिंह द्वारा संचालित तीन दिन की वर्कशॉप में टीम भ्रमा के द्वारा बहुत सी गतिविधियों का आयोजन किया गया। इसमें मनोवैज्ञानिक अर्शदीप कौर द्वारा एक एक्सपर्ट टॉक, योगा इंस्ट्रक्टर सलोनी थापर द्वारा योगा सेशंस,  फिटनेस एक्सपर्ट एंड बाक्सिींग कोच सूरज कबीर वर्मा  द्वारा मेडीटेशन सेशन और कोरियोग्राफर ज़न्नत सूद और सरगम शर्मा द्वारा निर्देशित  डांस फॉर्मेट, शामिल थे।

सतिंदरपाल सिंह ने इस एफडीपी की सफलतापूर्वक मेजबानी के लिए सीजीसी लांडरां की सराहना की और उम्मीद जताई कि यह प्रतिभागियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने कहा, “ आजकल हम सभी इस तरह की व्यस्त ज़िदगी जी रहे है कि हम खुद के लिए समय निकालना ही भूल जाते हैं। इससे अक्सर जीवनशैली प्रभावित होती है और हम तनाव चिंता और यहां तक कि डिप्रैशन के भी शिकार हो जाते है। इस एफडीपी जैसे सहयोगी प्रयासों के माध्यम से हमारा लक्ष्य हर किसी को यह याद दिलाना है कि तनाव पर काबू पाने और बेहतर जीवन जीने की शक्ति हमारे भीतर है और कभी-कभी इस शक्ति को जगाने के लिए हमें काउंसलर, थैरापिस्ट, लाइफ कोच से मार्गदर्शन मिल सकता है।”

इस एफडीपी का समापन भ्रमा फाउंडेशन और सीसीएच सीजीसी लांडरां के कार्यक्र संयोजकों को सम्मानित करते हुए एक समापन समारोह के साथ हुआ।

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