सेक्टर 78, मोहाली में डेंगू मच्छर के लार्वा की जांच के लिए घरों और पार्कों का दौरा किया गया
शहर शुक्रवार डेंगू पे वार अभियान के तहत लोगों को हर शुक्रवार को डेंगू मच्छर से बचाव के उपाय करने के लिए प्रोत्साहित किया गया
मोहाली 11 अगस्त (गीता)। मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान द्वारा पिछले शुक्रवार को शुरू की गई श्हर शुक्रवार डेंगू पेे वार मुहिम को जारी रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. शुक्रवार को बलबीर सिंह ने स्वयं एसएएस नगर मोहाली के सेक्टर 78 स्थित घरों का दौरा किया और निवासियों को जागरूक किया।
उन्होंने कहा कि इस शहरी क्षेत्र को जन जागरूकता गतिविधि के लिए चुना गया था क्योंकि यह पिछले साल डेंगू का हॉट स्पॉट था। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री नवजोत कौर, नगर निगम मोहाली के आयुक्त, निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आदर्शपाल कौर, एसडीएम रविंदर सिंह, सिविल सर्जन डॉ. महेश कुमार आहूजा, राज्य कार्यक्रम अधिकारी एनवीबीडीसीपी डॉ. अर्शदीप कौर ने अन्य वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ लोगों से डेंगू और अन्य वेक्टर जनित बीमारियों को रोकने के लिए हर शुक्रवार को शुष्क दिवस के रूप में मनाने के लिए कहा।
कैबिनेट मंत्री ने घर-घर जा कर विभिन्न पानी के बर्तनों, पानी की टंकियों, फूल पौधों के बर्तनों, घरों के बाहर या अंदर, पार्कों और निर्माण स्थलों पर पक्षियों को पानी पिलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बर्तनों का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य मंत्री ने हर उस जगह की जांच की जहां डेंगू का लार्वा होने की आशंका थी और लोगों को इसके प्रति जागरूक किया. उन्होंने कहा कि डेंगू की रोकथाम के लिए शिक्षा और जागरूकता इस बीमारी को रोकने की कुंजी है और आईईसी (सूचना शिक्षा और संचार) अभियान दिसंबर तक जारी रहेगा जब तक कि मच्छरों के लार्वा का प्रजनन मौसम खत्म नहीं हो जाता।
अपने दौरे के दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने खाली प्लॉटों में पाए गए लार्वा पर भी कड़ा संज्ञान लिया और कमिश्नर नगर निगम मोहाली को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। ऐसे ही एक प्लॉट में उन्होंने गंबूशिया मछली को खड़े पानी में छोड़ दिया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने जिलावासियों से अपील की है कि वे प्रत्येक शुक्रवार को सुबह 9 बजे से 10 बजे तक एक घंटा अपने घरों और आसपास डेंगू रोधी गतिविधियों में बिताएं। इस बीच, सभी फूलों के गमलों, कूलरों में जमा पानी, रेफ्रिजरेटर ट्रे और पानी से भरे किसी भी अन्य कंटेनर को पानी निकालने के अलावा सुखाया जाना चाहिए ताकि मच्छर के लार्वा का प्रजनन चक्र टूट जाए, जिसे वयस्क मच्छर में विकसित होने में लगभग एक सप्ताह का समय लगता है। उन्होंने कहा कि जब खाना पकानेध्तलने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला तेल उपयोग करने योग्य नहीं रह जाता है, तो हम डेंगू मच्छर के लार्वा को मारने के लिए इसे रुके हुए पानी में भी मिला सकते हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने यह भी कहा कि हालांकि सरकारी अस्पतालों में डेंगू की जांच और इलाज पूरी तरह से मुफ्त है, लेकिन कुछ साधारण सावधानियां बरतकर हम डेंगू से खुद को बचा सकते हैं। डॉ. बलबीर सिंह ने निवासियों से आगे आने और अपनी सोसायटी या पड़ोस में लोगों को ऐसी सावधानियों के बारे में जागरूक करके इस अभियान का नेतृत्व करने की भी अपील की।