108 एम्बुलेंस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी, जिकित्साहेल्थकेयर की एंबुलेंस क्रू से अपील, मरीजों के जीवन को नुकसान ना पहुंचाए

By Firmediac news Aug 5, 2023
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108 एम्बुलेंस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी, जिकित्साहेल्थकेयर की एंबुलेंस क्रू से अपील, मरीजों के जीवन को नुकसान ना पहुंचाए

मोहाली 5 अगस्त (गीता)। 108 एम्बुलेंस चालकों और आपातकालीन सेवा के पायलट्स और आपातकालीन मेडिकल तकनीशियनों की ओर से हड़ताल की धमकी देकर आपातकालीन सेवा को बाधित करने की तैयारी की जा रही है, जिसका सीधा असर राज्य के मरीजों पर पड़ेगा। एम्बुलेंस चालकों और अन्य कर्मियों से 108 एम्बुलेंस प्रबंधन संस्था जिकित्सा हेल्थकेयर ने अपील की है कि वे अपने कर्तव्य के प्रति सचेत रहें और कोई अनुचित कार्य ना करें, ऐसा करके वे उन हजारों रोगियों के जीवन को खतरे में डालते है जिनकी वह दैनिक आधार पर सेवा करने का प्रण लेते है।
रोजाना एम्बुलेंस सेवाओं के लिए औसतन 700 से अधिक कॉल आती है। 108 एम्बुलेंस आपातकालीन सेवाओं का काम केवल मरीजों की जान बचाना या समय रहते उन्हें अस्पताल पहुँचाने के साथ साथ उनके परिवारों को एक उम्मीद देना भी है, के उनके अपने ठीक होकर घर वापसी करेंगे। इस बारे में जानकारी देते हुए, 108 एम्बुलेंस के लिए जिकित्जा हेल्थकेयर के हेड पब्लिक सेक्टर प्रोजेक्ट्स, जितेंद्र शर्मा ने कहा, की हम कर्मियों के साथ शुरू से खड़े है। लेकिन अपनी मांगों को मनवाने के लिए उनके इस अनुचित फैसले को सहयोग नहीं दे सकते। उन्होंने कहा की “स्वास्थ्य सेवा स्पष्ट रूप से सबसे महत्वपूर्ण आपातकालीन सेवाओं के रूप में उभरी है, जिसकी जिम्मेदारी रोगी की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। लेकिन मरीजों की सेवा का संकल्प लेने वाले कुछ स्टाफ सदस्यों द्वारा आपातकालीन सेवाएं बंद करने की धमकी देना बेहद दुखद है।
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि हमारी कंपनी जिकित्सा हेल्थकेयर लिमिटेड अनुबंध के नियमों और शर्तों के अनुसार और अन्य राज्य के श्रम विभाग द्वारा तय किए गए सभी नियमों का पालन करते हुए विभिन्न राज्यों में आपातकालीन 108 सेवाएं प्रदान कर रही है।
पंजाब में जिकित्सा हेल्थकेयर कंपनी ने 3 बार 2011, 2016 और 2021 में पारदर्शी टेंडर में भाग लिया और हर बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में ठेका हासिल किया। सभी जरूरी नियमों और शर्तों के अनुसार, एम्बुलेंस चालक दल को पंजाब सरकार द्वारा तय की गई न्यूनतम मजदूरी की अधिसूचना के अनुसार भुगतान किया जाता है, और 2 शिफ्टों में काम किया जाता है। जिकित्सा हेल्थकेयर के प्रोजेक्ट हेड, मनीष बत्रा ने कहा, “एक संगठन के रूप में हम उस किनारे पर सेवा करते हैं जहां एक व्यक्ति का नहीं बल्कि पूरे परिवार का जीवन दांव पर है। उन्होंने कहा यदि इस प्रकार की सेवा में कोई भी रूकावट आती है तो इसका सीधा प्रभाव निर्दोष लोगों पर पड़ता है, जिन्हें आपातकालीन सेवा की आवश्यकता होती है, इसलिए, मुझे अपने कर्मचारियों पे पूरा विश्वास है कि वे किसी भी हड़ताल या धरना विरोध का समर्थन नहीं करेंगे।

 

 

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