चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक सतनाम सिंह संधू के साथ आजादी के अमृत महोत्सव में शामिल हुए शहरवासी
युवाओं को सशक्त बनाना ही 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का पथ है: चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक सतनाम सिंह संधू
अनेकता में एकता के संदेश के साथ वरिष्ठ नागरिकों , छात्रों , शहर निवासियों और व्यापारियों संग मनाया आज़ादी का 77वां स्वतंत्रता दिवस
चंडीगढ़ की विभिन्न एसोसिएशन ने सिटी ब्यूटीफुल के लिए किए गए कल्याणकारी कार्यों के लिए चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक सतनाम सिंह संधू की, की सराहना
Firmedia c News Channel
भारत की आज़दी के 77वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न ने केवल सम्पूर्ण भारत में बल्कि चंडीगढ़ शहर में भी धूम धाम एवं हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। 77वें स्वंत्रता दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ शहर में विभिन्न स्थानों पर ध्वजारोहण समारोह तथा सांस्कृतिक समारोहों का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने मुख्य अतिथि के रूप में शहर के पांच अलग-अलग स्थानों पर ध्वजारोहण कर आज़ादी का पर्व मनाया। उन्होंने मिल्कमैन कॉलोनी धनास, पुष्पक सोसाइटी सेक्टर 49, मोटर मार्किट सेक्टर 48 , चंडीगढ़ ऑटोरिक्शा स्टैंड सेक्टर 43 , तथा सीनियर सिटीजन सोसाइटी सेक्टर 33 में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर ध्वजारोहण के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। जिसमे विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियां पेश की गई। कार्यक्रम में सभी धर्म, जाति, सम्प्रदाय और आयु वर्ग के लोगों ने भाग लिया।
विभिन्न समारोहों के दौरान सतनाम सिंह संधू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे जबकि मिल्कमैन कॉलोनी धनास के अध्यक्ष कुलजीत सिंह संधू, मोटर मार्किट एसोसिएशन सेक्टर 48 के अध्यक्ष बलदेव सिंह, चंडीगढ़ ऑटो रिक्शा एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री कमलकान्त त्रिवेदी, ऑटो रिक्शा एसोसिएशन 43 के अध्यक्ष श्री त्रिभुवन पासवान, पुष्पक सोसायटी के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार लांधरिया, सीनियर सिटीजन एसोसिएशन सेक्टर 33 के अध्यक्ष सतनाम सिंह रंधावा अन्य गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सभा को सम्बोधित करते हुए चंडीगढ़ वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा, “चंडीगढ़ देश के सबसे खूबसूरत, विकसित और सुव्यवस्थित शहरों में से एक है। जहाँ सर्वश्रेष्ठ शिक्षा, आर्थिक विकास , स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध है, लेकिन इसका विकास किसी एक धर्म, समुदाय, आयु वर्ग की देन नहीं है बल्कि इसमें सभी का समान योगदान एवं भागीदारी शामिल है। भारत विभिन्न संस्कृतियों, धर्मों, भाषाओं की भूमि है। आज़ादी का अमृत महोत्सव प्रत्येक धर्म, जाति, साम्प्रदाय से ऊपर उठकर देश प्रेम की भावना का प्रतीक है। “
उन्होंने कहा कि हमने एकजुट होकर आज़ादी के संघर्ष में विजय प्राप्त की है। 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को एकता और एकजुटता के साथ ही हासिल किया जा सकता है। हमारी एकता ही हमारे देश के विकास, समृद्धि और उन्नत्ति के लिए आवश्यक है।
उन्होंने भारत के वैश्विक छवि के विषय में बात करे हुए कहा कि वैश्विक क्षेत्र में, भारत एक बढ़ती हुई शक्ति के रूप में खड़ा है, इसकी प्रगति और क्षमता निर्विवाद है। हमे अपने देश पर गर्व होना चाहिए। यदि हम अपने देश पर गर्व नहीं करेंगे तो दुनिया हमारे वर्चस्व को स्वीकार नहीं करेगी। आज भारत विश्व के मानचित्र पर तेजी से उज्जवल भविष्य की और बढ़ रहा हैऔर यह सारी दुनिया को दिखाई दे रहा है। उन्होंने ज़ोर कहा कि आजादी के जश्न को एक दिन तक सीमित न रखें। इसके बजाय, स्वतंत्रता की भावना को दैनिक जीवन में शामिल करें, जिससे हम भारत को एकता, प्रगति और समानता के मार्ग पर आगे ले जा सके।
समारोह के दौरान उपस्थित लोगो ने सतनाम सिंह संधू द्वारा चंडीगढ़ के विकास एवं उन्नति के लिए किये गए कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि वे कठिन समय में शहरवासियों के साथ खड़े रहे है। उनके द्वारा किये गए असंख्य सुधार एवं विकास कार्यो ने चंडीगढ़ शहर को विकसित करने में योगदान दिया है।
समारोह के दौरान विभिन्न संघों के अध्यक्षों , सदस्यों और उपस्थित लोगो ने सतनाम सिंह संधू द्वारा चंडीगढ़ के विकास एवं उन्नति के लिए किये गए कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि वे कठिन समय में शहरवासियों के साथ खड़े रहे है। उनके द्वारा किये गए असंख्य सुधार एवं विकास कार्यो ने चंडीगढ़ शहर को विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।