भागवत कथा सुनने के लिए साधारण नहीं दिव्य बुद्वि की जरूरतः स्वामी बसंत महाराज
मोहाली 29 जून (गीता)। श्री दुर्गा माता मंदिर फेस-10 में चल रही संगीतमय श्री मद भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्वालुओं का जन सैलाब उमड पडा। कथा के दूसरे दिन कथा वाचक स्वामी बसंत जी महाराज ने आई हुए श्रद्वालुओं को श्री किष्ण भक्ति और गौ माता के सेवा के साथ जोडने का प्रयास किया। इस दौरान उन्हांेंने श्रद्वालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि श्री मद भागवत कथा ज्ञान का अथाह समुंदर है जिसमें से जो भी कथा वाचक अपने ज्ञान और बुद्वि से जो मोती चुन कर लाता है वह उसी प्रकार से श्रद्वालुओं को श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करवाता है, इस दौरान उन्होंने कहा कि श्री मद भागवत कथा सुनने और समझने के लिए साधारण बुद्वि वाला व्यक्ति नहीं बल्कि इसके लिए दिव्य बुद्वि वाले व्यक्ति ही समझ सकते हैं।
जबकि इससे पहले कथा में भजन गायकों के माध्यम से बीच-बीच में मन को मोह लेने वाली भजनें भी सुनाई गई जिससे मंदिर परिसर में पहुंचे श्रद्वालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान श्री दुर्गा माता मंदिर के अध्यक्ष एवम समाज सेवी राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि श्री मद भागवत कथा में हिस्सा लेने और भागीदर बनने के लिए शहर की विभिनन मंदिर कमेटियों के पदाधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों को आमंतिरत किया गया है और वह सभी मंदिर में पहुंच कर कार्यक्रम की शोभा को बढा रहे हैं। प्रधान ने कहा कि गणमान्य व्यक्तियों को उनकी समूची टीम की ओर से विशेष तौर पर स्मिरिती चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया जा रहा है, वहीं श्रद्वालुओं को आर्शीवाद देने के लिए हरिद्वार से विशेषतौर पर जूना आखाडा से महंत विश्वापुरी जी महाराज, स्वामी राम बालक जी महाराज पहुंचे हुए हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर में रोजाना सुबह नौ बजे से चंडी हवन पंडित सुनील शातरी द्वारा करवाया जा रहा है जिसमें प्रतिदिन श्रद्वालु पूरी श्रद्वा-भाव से हिस्सा ले रहे हैं, उन्होंने बताया कि चंडी हवन सर्व दुःखों के निवारण के लिए किया जा रहा है। श्रीमद भागवत कथा के समापन एवम आरती के बाद श्रद्वालुओं के लिए रोजाना अटूट भंडारा आयोजित किया जा रहा है।