नई दिल्ली:लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है। इस दौरान राहुल गांधी की जगह गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। भाजपा सांसद पूछने लगे कि जब राहुल गांधी से चर्चा आरंभ होनी थी तो अचानक बदलाव किस लिए किए गए। गौरव गोगोई बोले, “हम अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर हैं। यह कभी भी संख्या के बारे में नहीं था बल्कि मणिपुर के लिए न्याय के बारे में था। मैं प्रस्ताव पेश करता हूं कि यह सदन सरकार में अविश्वास व्यक्त करता है. I.N.D.I.A. मणिपुर के लिए यह प्रस्ताव लाया है। मणिपुर न्याय चाहता है।”
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई कहते हैं,”पीएम ने संसद में न बोलने का मौन व्रत ले रखा है। इसलिए, हमें उनकी चुप्पी तोड़ने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। हमारे पास उनसे तीन सवाल हैं। वह क्यों नहीं गए” मणिपुर से आज तक? आख़िरकार मणिपुर पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लग गए और जब उन्होंने बोला तो सिर्फ़ 30 सेकंड के लिए? पीएम ने अब तक मणिपुर के सीएम को बर्खास्त क्यों नहीं किया?’
अविश्वास प्रस्ताव पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि उन्हें लगा राहुल गांधी बोलेंगे। शायद राहुल गांधी पूरी तैयारी नहीं करके आए थे। मैं मणिपुर के इतिहास का भुक्तभोगी हूं। पूर्वोत्तर का इतिहास जानना जरूरी है। दुबे ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा ‘मोदी’ उपनाम टिप्पणी मामले में राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने का मुद्दा उठाया। बाद में उनकी सदस्यता बहाल कर दी गई। वह कहते हैं,”सुप्रीम कोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया है। उसने स्थगन आदेश दिया है। वह कह रहे हैं कि वह माफी नहीं मांगेंगे। दूसरी बात, वह कहते हैं’मैं सावरकर नहीं हूं’ आप कभी सावरकर नहीं हो सकते। ..”
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पूर्व भाजपा की संसदीय बैठक की गई। इस दौरान बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा कि विपक्ष का सेमिफाइनल का मन था। कल सेमिफाइनल का रिजल्ट आ गया। कुछ लोगों को बहुत घमंड है। इसके साथ उन्होंने विपक्ष के महागठबंधन पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि ये घमंडिया गठबंधन है। लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को लेकर 2 दिनों में कुल 12 घंटे का समय अलॉट किया गया है। इसमें 29 मिनट YSRCP, 24 मिनट शिवसेना, 21 मिनट जेडीयू, 12 मिनट बीएसपी, 8 मिनट एलजेएसपी को दिया है।
वहीं एनडीए समर्थक दलों और निर्दलीय सांसदों को 17 मिनट का समय मिलेगा। इसमें आईडीएमके, आजसू, एमएनएफ, एनपीपी, एसकेएम जैसे दल शामिल हैं। सपा, एनसीपी, सीपीआई, टीडीपी, जेडीएस, शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी जैसे दलों को मिलाकर 52 मिनट का वक्त दिया गया है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में पेश किया बिल
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अंतर-सेवा संगठनों के कमांडर-इन-चीफ या ऑफिसर-इन-कमांड को मजबूत करने के लिए अंतर-सेवा संगठन (कमांड, नियंत्रण और अनुशासन) विधेयक, 2023 को पारित करने के लिए राज्यसभा में रखा है। सेवा कर्मी जो वायुसेना अधिनियम, 1950 सेना अधिनियम, 1950 और नौसेना अधिनियम, 1957 के अधीन हैं। ये अनुशासन बनाए रखने और अपने कर्तव्यों के उचित निर्वहन के लिए उसकी कमान के तहत सेवा कर रहे हैं या उससे जुड़े हुए हैं।
TMC सांसद डेरेक ओ’ब्रायन निलंबित
राज्यसभा के सभापति ने टीएमसी के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को मौजूदा और बाकी बचे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया है। सदन में असंसदीय व्यवहार के कारण उन्हें निलंबित किया गया है। पीयूष गोयल ने इसका प्रस्ताव रखा था।
गौरतलब है कि संसद में चल रहे मानसून सत्र का आखिरी सप्ताह आ गया है। बीते कई सत्र हंगामे की भेंट चढ़ चुके हैं। लोकसभा में आज विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा होगी। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की जगह पर राहुल गांधी से चर्चा शुरुआत हो सकती है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज अंतर-सेवा संगठन (कमांड, नियंत्रण और अनुशासन) विधेयक 2023 को राज्यसभा में सामने रखेंगेे। ये बिल लोकसभा में पारित हो चुका है। अविश्वास प्रस्ताव पर 8, 9 और 10 अगस्त तक चर्चा होने की संभावना है। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को चर्चा जवाब देने वाले हैं।