Shimla Railway Track Washed: हिमाचल में लगातर हो रही भारी बारिश ने मुसीबत बढ़ा दी है. जगह-जगह लैंडस्लाइड, बादल फटने और सैलाब की घटनाओं में पिछले 24 घंटों में करीब 50 लोगों की जान जा चुकी है. खासकर राजधानी शिमला का काफी बुरा हाल है. शिमला में बारिश के चलते सबसे ज्यादा आफत देखने को मिल रही है। शिमला की विभिन्न जगहों पर लैंडस्लाइड की कई घटनाएं हुईं हैं.
आलम यह है कि, शिमला में जहां कई रास्ते बंद हैं तो वहीं रेलवे ट्रैक भी बह गया है। शिमला-कालका रेलवे ट्रैक की हालत ऐसी है कि, भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते नीचे से जमीन पूरी तरह से बह चुकी है। अब तो सिर्फ रेलवे ट्रैक का ढांचा पहाड़ों और खाई के बीच हवा में झूल रहा है। रेल की पटरियां हवा में लटकी हुईं हैं। यह पूरा मंजर काफी डरावना है।
जुतोग और समर हिल रेलवे स्टेशन बीच बहा ट्रैक
हिमाचल ट्रैफिक और टूरिस्ट-रेलवे पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि, जुतोग और समर हिल रेलवे स्टेशन के बीच शिमला-कालका रेलवे ट्रैक की जमीन भारी बारिश और लैंडस्लाइड में खिसककर बह गई है और इसके चलते कंडाघाट-शिमला के बीच ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह से रद्द है।
मौसम विभाग का रेड अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने हिमाचल को लेकर बारिश का रेड अलर्ट जारी कर रखा है। आज रात तक हिमाचल में भारी से भारी बारिश जारी रह सकती है। इसके बाद 15 अगस्त से बारिश में थोड़ी नरमी आएगी। मौसम विभाग ने 15 अगस्त और उसके बाद के लिए हिमाचल के चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, सोलन, शिमला, सिरमौर और हमीरपुर के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल CM सुक्खू का जनता के नाम संदेश
हिमाचल CM सुक्खू ने जनता के नाम संदेश भी जारी किया है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि, पिछले 48 घंटों से लगातार भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में फिर से त्रासदी हुई है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कई लोगों की जान चली गई है। राज्य में पिछले 24 घंटों के अंदर ही 21 लोगों की मृत्यु हुई है। मैं निवासियों और पर्यटकों से भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्रों से बचने की अपील करता हूं। लोग घर के अंदर रहें, नदियों और भूस्खलन-संभावित क्षेत्रों के पास न जाएँ। बहाली का काम बारिश रुकते ही शुरू किया जाएगा।