बिना सिर का भूत… आती हैं अजीब आवाजें; ओडिशा ट्रेन हादसे में मुर्दाघर बनाया गया स्कूल अब ‘भूतिया’ हो गया, वहां आने से डर रहे छात्र

Odisha Train Acciden
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Odisha Train Accident School Ghost Fears: 2 जून को ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे में 275 से ज्यादा लोगों की जान चली गई. हादसे के बाद सभी के शव पास के एक स्कूल में रखे गए थे। इस स्कूल को अस्थाई तौर पर मुर्दाघर बनाया गया था। ताकि अगर इनके अपने लोग मौके पर पहुंचते हैं तो उन्हें शिनाख्त करने में आसानी रहे। लेकिन अब यह स्कूल भूतिया हो चुका है. ऐसा हम नहीं कह रहे. यह स्कूल के छात्रों और आसपास के लोगों का कहना है. दरअसल, अब इस स्कूल में छात्र पढ़ने नहीं आना चाहते। वह इस स्कूल में आने से कतरा रहे हैं। उनका कहना है कि, बिल्डिंग ‘भूतिया’ हो गई है। स्कूल बिल्डिंग में भूत रह रहे हैं। वहीं छात्रों के परिजनों में बिल्डिंग के भूतिया हो जाने का डर है। वह भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं। इसके साथ ही स्कूल के आसपास मौजूद सभी स्थानीय लोगों में भी स्कूल बिल्डिंग के भूतिया हो जाने का डर बना हुआ है।

कोई कहता है कि, उसने स्कूल बिल्डिंग में अजीब आहटें और आवाजें सुनी हैं तो कोई कहता है कि, स्कूल में लाशें चलती हैं। ऐसी लाशें जिनके सिर नहीं हैं। लोगों ने मांग की है कि, स्कूल की बिल्डिंग गिरा दी जाए और यहां पर धार्मिक और बड़े अनुष्ठान कराए जाएं। वहीं स्कूल के लिए अब नई बिल्डिंग बनाई जाए। हालांकि, स्कूल से अब सारे शव स्कूल से हट चुके हैं और स्कूल की अच्छे तरीके से सफाई भी कर दी गई है। शवों के कोई निशान अब स्कूल में नजर नहीं आते। खून के निशां बगैरा भी मिटा दिए गए हैं। लेकिन लोगों के मन से भूतों के निशां कौन मिटाए?

दरअसल, छात्रों और लोगों ने हादसे के बाद कई क्षत-विक्षत लाशें देखी हैं। जहां इस पूरे मंजर ने उनके दिमाग पर गहरा असर डाला है। लाशों की वो भयनाक छवियां उनके मन में बुरी तरह से बस चुकी हैं और ये आसानी से जाने वाली नहीं हैं। ये मंजर आस-पास के लोगों को लंबे समय तक परेशान करेगा। और यही कारण है कि, अब छात्र और लोग स्कूल बिल्डिंग में भूत होने का दावा कर रहे हैं। भूतों की इन अफवाहों और अंधविश्वास से लोग कैसे दूर हो पाएंगे पता नहीं। स्कूल के एक शिक्षक ने कहा कि, इतना बड़ा हादसा हुआ है, इस वजह से डर का माहौल है। हादसे के पहले सभी छात्र खुशी से स्कूल आ रहे थे लेकिन अब स्कूल आने के लिए वे खुद मना कर रहे हैं। हम प्रशासन से बच्चों को समझाने के लिए और हमारी मदद करने का आग्रह करते हैं।

फिलहाल, स्थानीय प्रशासन लोगों से अफवाहों से दूर रहने की अपील कर रहा है। प्रशासन का कहना है कि, लोग अंधविश्वास में न आएं। बालासोर के कलेक्टर दत्तात्रेय भाऊसाहेब शिंदे ने कहा कि, उन्होंने स्कूल का दौरा किया हुआ है और ऐसा कुछ भी नहीं है। कलेक्टर ने कहा कि, रही बिल्डिंग की बात तो ये बिल्डिंग काफी पुरानी है और ये कभी भी गिर सकती है। इसलिए यह बिल्डिंग खाली की जाएगी और गिराई जाएगी। इस बिल्डिंग के बैकअप के लिए नई बिल्डिंग बनाई जा रही है। छात्र नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिए जाएंगे जिससे छात्रों को आने में कोई डर या आशंका न हो। क्योंकि स्कूल 16 जून से खुलने वाले हैं। कलेक्टर ने कहा छात्रों और शिक्षकों की काउंसलिंग के लिए काउंसलिंग टीम भी भेजी जा रही है।

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